Main Slideन्यूज़ निबंध

देवभूमि में पहली बार मनाया जा रहा है बुरांश महोत्सव

कौसानी ,देवभूमि में पहली बार मनाया जा रहा है बुरांश महोत्सव, बुरांश उत्तराखंड का राज्य पुष्प है प्रदेश में पहली बार राज्य पुष्प बुरांश के नाम से बुरांश महोत्सव आयोजित किया जा रहा है इसका मकसद न सिर्फ बुरांश के उत्पादों को देश विदेश तक पहुंचाना है बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति में बुरांश का क्या महत्व है इस बात को पर्यटन विभाग के द्वारा पहली बार समझाने का प्रयास जनपद कौसानी के जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग द्वारा किया जा रहा है जिसकी प्रशंसा आज उत्तराखंड में हो रही है।

कौसानी में 3 से 6 जून तक चलने वाले 4 दिनों के इस बुरांश महोत्सव का शुभारंभ जनपद के वीडियो संजय सिंह और उप जिला अधिकारी राजकुमार पांडे ने पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य के साथ मिलकर किया इस मौके पर ग्राम प्रधान बच्चन राम ने भी संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके महोत्सव का शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए सीडीओ संजय सिंह ने कहा कि बुरांश हमारा राज्य पुष्प होने के साथ ही हमारी संस्कृति का प्रतीक है बुरांश सौंदर्य के साथ विभिन्न औषधीय गुणों से भी भरपूर है और इसके जूस स्क्वैश से शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक किया जा सकता है इसके पीने से शरीर में ठंडक मिलती है और इस के आयुर्वेदिक गुण बहुत ही महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 14 प्रकार के बुरांश पाए जाते हैं और इस बुरांश को सहेजना और संजना हमारा कर्तव्य बन जाता है इसके लिए बुरांश की नर्सरी को विकसित कर इसे जंगल व खेतों के किनारे अधिक से अधिक लगाया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि पहली बार पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन द्वारा बुरांश महोत्सव कराए जाने का एक सराहनीय कदम उठाया गया है इस महोत्सव में पर्यटन व्यवसाय युवा जन सहभागिता की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया और कहा कि इससे पर्यटकों की आमद बढ़ाने के साथ ही रोजगार कर सृजन भी हो सकेगा।

Related Articles

Back to top button