Manish Chandra
बेटी बिटिया बहू बहन लड़की नारी औरत अबला सबला नारी नारायणी लक्ष्मी या देवी कितने नाम, रुप और इनकी सारी भूमिकाएं जब पेंट ब्रश और कूची से एक जगह पर इकट्ठा हुयीं तो ऐसा लगा कि ये सभी पेंटिंग्स खुद इन बीस महिलाओं ने नहीं बनाई है बल्कि कुदरत ने बनाकर हमको इनकी भूमिकाओं की याद दिलाई है।
लखनऊ के अलीगंज में देश के कई राज्यों से आई हुई 20 महिलाओं ने नवरात्र के अवसर पर जब अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से नारी जीवन की कहानी अलीगंज के ललित कला अकैडमी में आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी में अपने चित्रों के माध्यम से कही तो हर कोई दीवार की तरफ देखकर ठहर सा गया, सबको यूं लग रहा था कि हमारे जीवन की प्रत्येक भूमिका में औरतों की सारी कहानी दीवारों पर सजी पेंटिंग्स ने कह दी है। टीवी का वो वाला विज्ञापन सच हो गया जो कहता है दीवारे बोल उठेंगी,
आयोजक सपना शर्मा की रुद्राणी पावर ऑफ वीमेन प्रदर्शनी में उनकी पूरी मेहनत सबको सार्थक होते साफ नजर आ रही थी, क्योंकि यहां पर नारी जीवन के विभिन्न पहलू रंगों में ढल कर हमसे हमारे आज और कल ,बीते हुए हर पल की बात कर रहे थे, कहीं पर डोली और कहार थे तो किसी दीवार पर रीति रिवाज और नारी के तमाम किरदार थे
इस प्रदर्शनी में शुभा वैद्य, निकिता कचोलिया ,अनु दीक्षित, डॉक्टर सुषमा जैन, डॉक्टर विम्मी मनोज, शबनम शाह, इशिता चौधरी, सपना शर्मा प्रतिमा सिंह, मनीषा सिंह, बबली चौबे, डॉक्टर शगुफ्ता खानम के बनाए गए चित्रों को प्रदर्शित किया गया जिसमें उन्होंने अपनी अपनी शैली से नारी जीवन के विभिन्न पहलुओं को रंग और ब्रश से प्रदर्शित किया।