धामी में है दम मोदी जी हैं संग क्या है इसके सियासी मायने

उत्तराखंड की बागडोर युवा मुख्यमंत्री धामी के हाथ दोबारा सपने को बेकरार भाजपा ने वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ने का अपना मन बनाया है। मगर मीडिया में चलवाए जा रहे विज्ञापनों में हर बार की तरह इलेक्शन के पोस्टर हीरो प्रधानमंत्री मोदी ही हैं मतलब साफ है बिना प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे के देश का कोई भी सियासी चुनाव जीता नहीं जा सकता है इसलिए ही भाजपा के नए नारे धामी में है दम मोदी जी हैं संग के बड़े मायने समझे जा सकते हैं।

पिछली बार चला था मोदी मैजिक
2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने मोदी लहर के चलते विधानसभा की 70 सीटों में 57 सीटें जीती थी इस बार भी भाजपा ने प्रदेश में 60 सीटों पर कब्जा जमाने का लक्ष्य बनाया है उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी को इतना प्रचंड बहुमत मिला था इसलिए राजनीतिक पंडितों का मानना है की 2017 की तरह ही 2021 में भी भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बन सकती है। किसी विशेष रणनीति के तहत ही भाजपा ने प्रदेश में मुख्यमंत्रियों के ताबड़तोड़ बदली करते हुए युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी के हाथों में नेतृत्व सौंपा है चूंकि ये चुनावी साल है इसलिए पार्टी की साख को और भी मजबूत करने के लिए पुष्कर धामी के युवा नेतृत्व पर दांव खेला जा रहा है

मोदी संग धामी का पोस्टर

उत्तराखंड में चुनावों को जीतने के लिए भाजपा मोदी के साथ धामी के चेहरे का प्रचार कर रही है, एक इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दावा किया कि उनकी पार्टी पुष्कर सिंह धामी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है लेकिन भाजपा का यह नारा बताने के लिए काफी है कि चेहरा कोई भी हो मोदी जी के संग में ही दम है। 5 महीने के कार्यकाल के बेहद कम समय में पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने अभी तक 400 से ज्यादा फैसले लिए हैं जिसका फायदा आने वाले चुनावों में मिल सकता है