लखनऊ/जैसलमेर, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक का नाम तो आपने सुना ही होगा मगर भाइयों बहनों अब दाद देनी पड़ेगी मलिहाबाद लखनऊ के गौस खान के घोड़े मलंग की, जैसलमेर की घोड़ों की रेस में मलंग ऐसे दौड़ा जैसे तूफान में दौड़ते चली जाती है कोई आँधी ,मलंग के पैरों के नीचे से उड़ती धूल का गुबार चारों तरफ छा गया था उसके पीछे दौड़ रहे घोड़े तकरीबन 400 मीटर की दूरी पर थे।आम के स्वाद की मशहूरियत दुनियाभर में बटोर चुका मलिहाबाद अब अपने घोड़े मलंग के लिए जाना जा रहा है।
दौड़ा दौड़ा घोड़ा ऐसे दौड़ा मानो उड़ रहा हो
लखनऊ का घोड़ा ऐसे दौड़ा जो चीते को हरा दे , मलंग आया फर्स्ट मलंग इस रेस में पहली बार नहीं जीता है वह दोबारा इस रेस का विनर बना है। मलंग की जीत ने मलिहाबाद सहित लखनऊ के लोगों का सीना चौड़ा किया है । मलिहाबाद के रहने वाले गौस ख़ान जानवरों खासतौर से घोड़ों के पुराने शौकीन हैं जिन्होंने अपनी सालों की मेहनत और ट्रेनिंग से मलंग को इस लायक बनाया है और मलंग ने भी मालिक की छाती दूसरे साल भी रेस जीतकर चौड़ी कर दी है तभी तो आज गौस ख़ान के घर बधाई देने वालों का तांता लगा है। गौस ख़ान के मलंग घोड़े ने रच दिया इतिहास जीत ली 2023 की जैसलमेर रेस दूसरी बार लगाई जीत की हैट्रिक।
मलंग की स्पीड रॉकेट की स्पीड से कुछ कम नहीं थी
जैसलमेर की घोड़ों की रेस में लखनऊ का मलंग पहले नंबर पर आया जिसे सवार गोलू दौड़ा रहा था वहीं जैसलमेर के रूप कुमार राठौर का घोड़ा बाज़ दूसरे स्थान पर और अहमदाबाद का घोड़ा तीसरे नंबर पर आया सभी घोड़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मलंग की स्पीड रॉकेट की स्पीड से कुछ कम नहीं थी।रेत के ट्रैक के समानांतर दौड़ रही गाड़ियां अपनी मशीनी स्पीड के बावजूद मलंग के करीब भी नहीं पहुंच पा रहीं थी।चलिए अब बोल दीजिए शाबाश मलंग एण्ड गोलू भाई… chandra.manish12@gmail.com
(फोटो सोशल मीडिया)