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फ्रांस में पीएम मोदी की एस्टोनिया राष्ट्रपति अलार कारिस से मुलाकात ,प्रधानमंत्री‘डिजिटल इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए भारत आमंत्रित किया

फ्रांस में पीएम मोदी पीएम मोदी और एस्टोनिया के राष्ट्रपति अलार कारिस ने मंगलवार को पेरिस में एआई एक्शन समिट के दौरान मुलाकात की। दोनों नेताओं ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में चल रहे द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। अपनी पहली बैठक में दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और एस्टोनिया के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध लोकतंत्र, स्वतंत्रता, बहुलवाद के मूल्यों के प्रति दोनों देशों की साझी प्रतिबद्धता पर आधारित हैं।

 फ्रांस में पीएम मोदी ,एस्टोनियाई सरकार और कंपनियों को भारत आमंत्रित किया

बैठक के बाद पीएमओ की ओर से जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, आईटी, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। पीएम मोदी ने एस्टोनियाई सरकार और कंपनियों को ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।

बयान में विस्तार से बताया गया, “दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय, वैश्विक मुद्दों और संयुक्त राष्ट्र में सहयोग पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।” पीएम मोदी और एस्टोनिया के राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच बढ़ते सांस्कृतिक और लोगों के बीच रिश्तों पर संतोष व्यक्त किया। पीएमओ ने कहा, “इस संबंध में पीएम ने एस्टोनिया में योग की लोकप्रियता की सराहना की।”

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के महत्व पर जोर 

इससे पहले पीएम मोदी ने ‘एआई एक्शन समिट’ के दौरान अपने संबोधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बहुत सी चीजों को बेहतर बना कर लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता है।

पेरिस के ग्रैंड पैलेस में आयोजित सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, “शासन का मतलब सभी के लिए पहुंच सुनिश्चित करना भी है, खास तौर पर ग्लोबल साउथ में। एआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बहुत सी चीजों को बेहतर करके लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता है।’

 फ्रांस में पीएम मोदी ने कहा, ‘एआई एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है जिसमें विकास लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो जाए। ऐसा करने के लिए, हमें संसाधनों और प्रतिभाओं को एक साथ लाना होगा। हमें ओपन-सोर्स सिस्टम विकसित करना होगा जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए। हमें पूर्वाग्रहों से मुक्त गुणवत्तापूर्ण डाटा सेट बनाना होगा…”

बता दें कि पीएम मोदी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एआई एक्शन शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की।

Photo – dd news

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