U P ELECTION 2022– उन्नाव दलित लड़की की हत्या सपा को पड़ सकता है भारी
उन्नाव से प्रवेश सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव -पुलिस ने निशानदेही पर गड्ढा खोद कर लापता युवती का शव बरामद किया है। मामले में सपा के पूर्व राज्यमंत्री रहे फतेहबहादुर सिंह बेटे रजोल सिंह पर दो माह पहले उन्नाव के काशीराम कॉलोनी मोहल्ले में रहने वाली एक महिला ने अपनी बेटी के अपराह्न कर हत्या किए जाने कोतवाली में दी शिकयत की थी सुनवाई न होने पर मृतका की माँ ने लखनऊ में सपा ल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूद कर जान देने की कोशश की थी वही मामले के तूल पकडते देख पुलिस ने पूर्व राज्य मंत्री जी बेटे रजोल सिंह को जेल भेज दिया था, वहीं पुलिस ने आज आरोपी को रिमांड लेने के बाद पुलिस ने युवती के शव को आश्रम के गड्ढे में दबाई गए युवती के शव को बरामद किया है युवती के परिजनों परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही करने का आरोप लगाया ।
अपनी बेटी की गड्ढे में दबी लाश को देख कर बिलख पड़ी माँ । दो महीने से अपनी बेटी के लिए दर दर भटक रही मां को आज उसकी बेटी की डेड बॉडी मिली है । आपको बता दे पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब ,पीड़िता मॉ ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी और सपा पूर्व राज्यमंत्री ओर सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था। आरोप है पुलिस ने मामले को गंभीरता से नही लिया। 11 जनवरी 2022 को मामला एससी एसटी एक्ट का होने के चलते हैं सीओ ने मुकदमे में तरमीम किया। परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी। 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे माँ कूद गई थी। मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया। जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका बीते 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई।
आज पुलिस को तमाम साक्ष्यों के आधार पर जानकारी हुई कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ है जिस पर सदर कोतवाली पुलिस स्वाट टीम के सभी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर खुदाई शुरू करवाई जिसके बाद 4 फीट गड्ढा खोदने के बाद शव को बरामद कर लिया । वही परिजनों को सूचना मिलते ही कोहराम मच गया मौके पर पहुँची मां ने पुलिस पर आरोप लगाए है । मां ने कहा कि रजोल सिंह ने मेरी बेटी को आश्रम में मार के गाड़ दिया । पहले हम दरोगा प्रेम नारायण दीक्षित को लेकर यहां आए थे पूरा आश्रम खोल कर दिखा दिया एक कोठी दो तीन मंजिल की बनी उसे नहीं दिखाया और इसी में मेरी लड़की बंद थी हमने दरोगा जी को फोन किया प्रेम नारायण दीक्षित को फोन किया लेकिन नहीं उठाया स्विच ऑफ कर लिया अगर दरोगा जी हमारे साथ आ जाते तो हमारी बेटी जिंदा होती। 2 महीने गायब हुए हो गए हैं यह तीसरा महीना चल रहा है पुलिस प्रशासन को हम 8 तारीख को लड़की उठाई गई थी 9 तारीख को जाना शुरू किया किसी ने कोई सुनवाई नहीं की तुम्हारी लड़की बालिग है, भाग गयी होगी आ जाएगी तो बयान करा देंगे। जितने अधिकारी थे सीओ इंस्पेक्टर सब यही कहते थे।
आरोपी राजू सिंह उर्फ रजोल सिंह
पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर दिखाई पड़ रही है,
वहीं इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर को एक युवती की गुमशुदगी की सूचना शहर कोतवाली में प्राप्त हुई थी उसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया बाद में फिर f.i.r. में दर्ज करके गिरफ्तार कर जांच की जा रही थी, जांच के क्रम में आज ये डेड बॉडी प्राप्त हुई है। डेड बॉडी का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इसमें जो भी शामिल है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं परिजनों के आरोप पर बोले कि यह बात सही नहीं है पहले गुमशुदगी दर्ज की गई थी ये युवती बलिकथी नियमानुसार । कार्रवाई की गई । जो प्रथम जांच अधिकारी है उसने बताया की सन्देह है कि जो आरोपी है उसके द्वारा यह घटना कारित की गई होगी । इसी के आधार पर इसको अभियोग पंजीकृत कर के आगे की कार्यवाही की गई । विवेचना के क्रम में आज ये डेड बॉडी बरामद की गयी है। एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है इस घटना में जो अन्य साथी है उनको पता कर गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।