Main Slideन्यूज़ निबंध

गैरसैण विधानसभा के बाहर ज्योति रौतेला के साथ सरकार के विरोध में गरजीं महिलाएं

गैरसैण विधान सभा:के बाहर प्रदेश महिला कांग्रेस अध्य्क्ष ज्योति रौतेला ने सत्र के दौरान अपनी आवाज़ को सबके सामने लाकर सरकार के काम काज पर निशाना साधा।  रौतेला ने महिलाओं पर बढ़ती आपराधिक घटनाओ, हत्या, बलात्कार, ध्वस्त कानून व्यवस्था, लचर स्वास्थ्य सेवाओं, बेतहाशा महंगाई के विरोध में  ज्योति रौतेला के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिला कांग्रेस के साथ ही  स्थानीय महिलाओं ने भी गैरसैण विधानसभा भवन का घेराव कर सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान ज्योति रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड में बढ़ रही अपराध की घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी है। अपराधियों के मन से कानून का भय समाप्त हो गया है। उत्तराखण्ड राज्य में पिछले एक वर्ष में घटित हुई अपराध की घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड में महिला अपराध, अन्य अपराधों का स्तर कहां पहुंच गया है।

गैरसैण विधानसभा गैरसैण विधानसभा सत्र के दौरान रौतेला ने मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा 

रौतेला ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार के ढीले और लापरवाह रवैये की वजह से राष्ट्रीय मुद्दा बन गया। भाजपा नेता के रिसोर्ट पर आनन-फानन में बुलडोजर चलवा कर सारे साक्ष्य मिटा दिए गए। अंकिता केस के वीआईपी का नाम आज तक उजागर नहीं हो पाया है। इस हत्याकांड में एक नहीं सैकड़ों सवाल हैं जिनके जवाब अनुत्तरित हैं 

उन्होंने कहा कि केदार भंडारी 19 साल का युवा जो आंखों में सपने लेकर आया था अग्निवीर योजना के तहत भर्ती होने के लिए अचानक चोरी के इल्जाम में पुलिस पकड़ कर ले जाती है और केदार गायब हो जाता है। बाद में उसके डूबने की मनगढ़ंत कहानी रची गई परन्तु लाश का आज तक कोई अता पता नहीं चला। उन्होंने कहा कि सल्ट के दलित युवक जगदीश की निर्मम हत्या देवभूमि को शर्मसार करने वाली घटना थी।

ज्योति रौतेला ने कहा कि हाल ही में हुई चमोली में पिंकी हत्याकांड, हरिद्वार में भाजपा नेता द्वारा महिला से बलात्कार की घटना, हर्रावाला देहरादून में दलित युवती मनाली हत्याकांड, हाथीबडकला देहरादून में महिला के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या, टिहरी में दलित युवक जितेंद्र दास एवं लखनलाल हत्याकांड, रुड़की के ढंडेरी  गांव वासी दलित युवक की हत्या ये सभी घटनाएं राज्य में समाप्त हो चुकी कानून व्यवस्था के जीते जागते उदाहरण हैं।

चम्पावत में महिला का बलात्कार, हरिद्वार में दलित महिला का बलात्कार के बाद हत्या करना, रूद्रपुर में एक नर्स के साथ बलात्कार के बाद हत्या, देहरादून आईएसबीटी में सामूहिक बलात्कार, पिथौरागढ में महिला के साथ छेड़छाड करने का मामला भी सामने आया हैं और भाजपा अपनी विफलता को छुपाने लिए अनर्गल बयान बाजी कर जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है।

Related Articles

Back to top button