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चंपावत के कृषि उत्पाद विदेशों में बिकेंगे

चंपावत के कृषि उत्पाद विदेशों में बिकेंगे किसानों की आय दोगुनी करने के लिए चंपावत में उगने वाले कृषि उत्पाद विदेशी बाजार में बेचे जाएंगे जिससे कि यहां के किसानों को स्वदेशी बाजार से ज्यादा मूल्य मिलेगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी

केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का फोकस किसानों की आय दोगुनी करने पर है खासतौर पर जब प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संदेश दिया है कि आने वाली सदी उत्तराखंड की प्रगति की गाथा कहेगी।

उत्तराखंड की धानी सरकार सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में उगने वाले कृषि और प्राकृतिक उत्पाद और संसाधनों को विदेश में बाजार उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है जिसके चलते चंपावत में इसके लिए पूरी तरह से रणनीति तैयार की गई है

जिले में उत्पादित कृषि और खाद्य उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात करने के संबंध में जिला कार्यालय में बैठक हुई। केंद्र सरकार के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद_निर्यात विकास प्राधिकरण (ए.पी.डा) की ओर से आयोजित इस बैठक में ए.पी.डा महाप्रबंधक डॉ. सी.बी सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के इस उपक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि निर्यात को बढ़ावा देना, किसानों की आय को दोगुना करना और राज्य को आर्थिक रूप से मजबूत करने के साथ ही यहां के उत्पादों को विदेशों में निर्यात कर उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना है। बैठक में जिले के अधिकारियों ने ए.पी.डा के अधिकारियों को कृषि उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस पर डॉ. सी.बी सिंह ने कहा कि यहां कृषि उत्पाद जैसे माल्टा, अदरक, पुलम और शहद प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिनके अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्यात की अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां के कृषि उत्पादों को निर्यात करने से किसानों को उसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके लिए ए.पि.डा किसानों के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने के लिए पूरा सहयोग करेगा।

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