द्वारा- मोतियाबिंद डाॅन प्रभात उप्रेती (लेखक शिक्षाविद् हैं) जब कुत्ता, कुर्सी मुझे आदमी और आदमी कुत्ता, कुर्सी नजर आने लगा तो हुआ अरे ! ये तो कोई पाॅलिटिकल, दार्शनिक लोचा लगता है। दिखाया तो पता चला नजरों में बुढ़ापे का टैक्स मोतियाबिंद की नजरे इनायत हो गयी है। कैटरेक्ट का …
Read More »इधर उधर से
कुतिया महारानी का मंदिर भारत में कहां है -जानिये
कुतिया महारानी का मंदिर भारत में कहां है :कुतिया शब्द आपको बेशक सभ्रांत ना लगे मगर यह हकीकत है की एक मंदिर प्यारी स्वर्गवासी मादा स्वान के नाम से है जिस पर लोगों ने बरसों से बड़ी श्रद्धा से लिख रखा है जय कुतिया महारानी माँ ,भारत में आपने अजब …
Read More »नीरज खुद ही प्रेम शब्दकोश
रंजना श्रुति Photo – Social Media श्री गोपाल दास नीरज मुझे प्रतीत होता है खुद में ही प्रेम के शब्दकोश थे । प्रेम की प्रतिलिपि में लिखित एक महाकाव्य थे । अनगिनत रचनाएं लिखी उन्होंने बल्कि यूं कहूं कि साहित्य की प्रति विधा में लिखा उन्होंने । जीवन के सभी …
Read More »भारत में पतंग की डिजाइन वाला पुल कहां बना है- जानिए
अटल पैदल यात्री पुल अहमदाबाद, गुजरात में साबरमती नदी पर साबरमती रिवरफ्रंट पर एक पैदल पुल है। इसमें पतंगों से प्रेरित डिजाइन है। 2022 में उद्घाटन किया गया, यह 300 मीटर लंबा और 10 मीटर से 14 मीटर चौड़ा है। पुल को देखने के लिए काफी संख्या में लोग आते …
Read More »पिथौरागढ़ के डी एल शाह
Prabhat Upreti उनके बारे में मशहूर था कि वह बनाते कम थे, तोड़ते ज्यादा थे। वह ऐसे वास्तुकार, ऐसे चित्रकार थे जिनकी चित्रकारी न बाजार में आयीं न उन पर किसी को कॉमेंट करने की हिम्मत हुई।तोड़ते इसलिए थे कि उन्हें अपनी ही रचना एकदम पसंद न आती थी।वह कहते …
Read More »माईकल जैक्सन की पोस्टमार्टम में क्या था:जानिए
माइकल जैक्सन 150 साल जीना चाहता था! मतलब साफ है मौत तो आनी है आएगी एक दिन वो बेहद सायको किस्म का प्राणी बन चुका था किसी सेे हाथ मिलाने से पहले दस्तानेपहनता था!लोगों के बीच में जाने से पहले मुंह पर मास्कलगाता था !अपनी देखरेख करने के लिए उसने …
Read More »उर्दू में मु शब्द बड़ा महत्वपूर्ण है
यह उर्दू है आसां.. इश्क़ का इक दरिया है और डूबते जाना है। प्रतुल जोशी यह उर्दू है आसां.. इश्क़ का इक दरिया है और डूबते जाना है। उर्दू में मु शब्द बड़ा महत्वपूर्ण है। इस से बहुत सारे शब्द बनते हैं। आइये आज इसी पर चर्चा करते हैं।शब्द है …
Read More »माहवारी छुट्टी की आदर्श पहल
श्रुति कुशवाह दुनियाभर में Period Leave को लेकर मुहिम छिड़ी हुई है। लेकिन हम तो अब भी उसी मानसिकता से संघर्ष कर रहे हैं जहाँ अक्सर ये माना जाता है कि महिलाओं को नौकरी पर रखो तो वो कभी मैटरनिटी लीव पर चली जाएँगी, कभी चाइल्ड केयर लीव पर। इसे …
Read More »क्या मदर्स डे उन लड़कियों के लिए भी है -प्रियंका गोस्वामी
सुलगता सवाल (जानी-मानी पत्रकार प्रियंका गोस्वामी की फेसबुक वॉल से) क्या मदर्स डे उन लड़कियों के लिए भी हैं जो कभी माँ नहीं बन सकीं? क्या उनके लिए है जो माँ तो बनीं लेकिन गले में मंगलसूत्र ना था इसलिए माँ ना रह पाईं? जो माँ नहीं बनना चाहतीं, वो …
Read More »भारत में पत्रकारों का सबसे बड़ा आयोजन
एक अनुष्ठान , जो आंदोलन बन गया (साभार-वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल जी की फेस बुक वाॅल से ) पिछले सप्ताह तीन दिन देश की हिंदी पत्रकारिता के बड़े घराने इंदौर में बीते । इस घराने से शानदार संपादक निकले । राहुल बारपुते, राजेंद्र माथुर, प्रभाष जोशी, शरद जोशी और …
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