अल्मोड़ा में ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व का नंदा देवी मेले में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। दूरदराज क्षेत्रों से श्रद्धालु मां नंदा देवी मंदिर पहुंच रहे हैं। केले के खामों से बनी मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हैं। आज नंदाष्टमी के दिन मुख्य मेला लगता है। परंपरानुसार, भाद्र शुक्ल षष्ठी के दिन नगर के आसपास के इलाकों से कदली वृक्षों को आमंत्रित किया जाता है। सप्तमी के दिन ढोल-नगाड़ों के साथ मंदिर में लाया जाता है। इसके पश्चात चंद वंश के वंशज पूजा-अर्चना कर मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियां बनाई जाती हैं। रात्रि में देव जागर के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर मूर्तियों को स्थापित किया जाता है। अष्टमी के दिन श्रद्धालु विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इस दौरान आयोजित मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। नगर के समस्त विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने शोभायात्रा निकाली। मेला परिसर में प्रदर्शनी भी लगाई गई है।