शेरनी की तरह डटी रहीं बनारस में ममता

पीयूष मयंक -विशेष संवाददाता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शिव की नगरी में हिन्दु वाहिनी के वर्कर्स ने काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया, ये घटनाक्रम चेतगंज के पास हुआ ममता बनर्जी ने विरोध के चलते अपना काफ़िला रुकवाया और गाड़ी से उतर कर विरोध को काफी देर तक देखती रहीं, बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन के लोग और बंगाल के उनके सुरक्षा कर्मी इस प्रदर्शन को देखकर हैरान थे ,ममता बनर्जी जानती थीं कि यदि वे नहीं रुकी तो चुनाव में उनके ऊपर बहुत सारे आरोप लगा दिए जाएंगे वह समाजवादी पार्टी के समर्थन में बनारस में प्रचार करने आईं हैं .

इसके साथ ही जब ममता बनर्जी मां गंगा के चरण छूने घाट पर आयीं तो वहां पर भी हिंदू वाहिनी के लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाए जिससे ममता घबराई नहीं बल्कि वह नाराज होकर नारों के विरोध में घाट पर ही बैठ गयीं यह देख कर प्रशासन भी घबरा गया।

यहाँ पर शहर दक्षिणी में बंगाली समुदाय के बहुत सारे मतदाता हैं वह उन सभी को समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट करने के लिहाज से बनारस में चुनाव प्रचार कर रहीं हैं जानकर उन्हें काले झंडे दिखाए गये, जाहिर सी बात है प्रधानमंत्री मोदी भी पूर्वांचल को मथने लगे हैं इसको देखते हुए समाजवादी पार्टी ने ममता बनर्जी के दरबार मे हाजिरी लगाई थी, वैसे भी बनारस की आठो सीटों पर भाजपा और उनके सहयोगी दल अपना दल का कब्जा है और इस अभेद्य किले में सेंधमारी करने की कोशिश समाजवादी पार्टी और उसका गठबंधन कर रहा है।