स्वाति सिंह ने कहा”मैं इन अनमोल पलों को कभी नहीं भूल पाऊंगी”

श्रावस्ती में भाजपा जिला प्रशिक्षण वर्ग के कार्यक्रम में भाजपा की विकास यात्रा पर पूर्व मंत्री स्वाति सिंह ने प्रकाश डाला

पीयूष मयंक

उत्तर प्रदेश सरकार की पूर्व मंत्री स्वाति सिंह आज श्रावस्ती जिले में आयोजित “भाजपा जिला प्रशिक्षण वर्ग” कार्यक्रम की मुख्य वक्ता थी” श्रावस्ती जिला इकाई के सभी पदाधिकारियों ने पूरे उत्साह और दमखम के साथ उनका जोरदार स्वागत किया गया स्वागत करने वालों में से” पूर्व सांसद श्रावस्ती दद्दन मिश्रा एवं वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष” और उनके साथ जिला अध्यक्ष महेश मिश्रा !जिला प्रभारी राहुल राज रस्तोगी “एवं विधान परिषद सदस्य डॉ प्रज्ञा त्रिपाठी भी मौजूद थी! पूरे कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बनता था अपने स्वागत से अभिभूत होकर पूर्व मंत्री “स्वाति सिंह ने कहा कि “यह मेरे लिए अविस्मरणीय क्षण है! जिसको मैं शायद ही कभी भूल पाऊं! अपने संबोधन में उन्होंने “भाजपा के इतिहास और विकास यात्रा” पर प्रकाश डालते हुए “भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक इतिहास को रेखांकित किया! भारतीय जनता पार्टी के गौरवशाली इतिहास को बनाने वाले” डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर तमाम उन विशिष्ट जन नेताओं की चर्चा उन्होंने विस्तार से की! जिस का योगदान पार्टी के निर्माण में महत्वपूर्ण था!

भाजपा जिला प्रशिक्षण वर्ग का कार्यक्रम 3 मई से शुरू होकर 5 मई तक चलेगा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य जन जन तक भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और जनहित के कार्यक्रमों को आम लोगों तक कैसे पहुंचाया जा सकता है !!जिससे संगठन को और अधिक मजबूती मिल सके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाद 1951 में भारतीय जनसंघ की शुरुआत हुई जिसके मूल में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मुख्य भूमिका थी

“भारतीय जनसंघ का पहला सम्मेलन 1952 में कानपुर में संपन्न हुआ था! और उसी सम्मेलन में यह प्रस्ताव पारित किया गया था “कि आगामी होने वाले आम लोकसभा चुनाव में भारतीय जनसंघ चुनाव मैदान में उतरेगा! चुनाव चिन्ह दीपक आवंटित हुआ था !और उस चुनाव में भारतीय जन संघ को 3.06% मत मिला था” तमाम उतार-चढ़ाव के बाद विपक्ष में होते हुए भी रचनात्मक और सकारात्मक मुद्दों को जो आम लोगों से जुड़े हुए थे “उसको जोरदार ढंग से लोकसभा में उठा कर भारतीय जनता पार्टी ने एक मजबूत विपक्ष की भूमिका को सार्थक किया था इसी का परिणाम था कि 1996 1998 और 1999 में भाजपा नए तेवर में दिखी थी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की दूरदर्शिता और अकाट्य भाषा शैली के दम पर इस पार्टी ने विरोधियों को कहीं का नहीं छोड़ा था! उन्होंने लोकसभा में साफ तौर पर कहा था “सत्ता आती रहेंगी और जाती रहेंगी है “लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करना हमारी पहली प्राथमिकता है” इसके बाद 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटी थी! और फिर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत 30 मई 2019 से शुरू की है “इस सत्ता संघर्ष में विपक्ष पूरी तरह असहाय दिख रहा है” धारा 370 “और राम जन्मभूमि जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाकर फिर उसको पूरा कर अपनी प्रतिबद्धता सिद्ध कर दी है 18 करोड़ सदस्य वाली भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है।