सावन का महीना आते ही उत्तराखंड में हरियाली तीज की तैयारियां जोरों पर शुरू हो जाती हैं इस पर्व को यहां की महिलाएं बड़ी धूमधाम से मनाती हैं इस त्यौहार को यहां पर हरेला और हरितालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है। हरियाली तीज औरतें अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखकर करती हैं यह व्रत करवा चौथ से भी ज्यादा कठिन माना जाता है मान्यता के अनुसार मां पार्वती ने शंकर भगवान के लिए यह व्रत रखा था।
देहरादून के कांग्रेस भवन में महिला प्रकोष्ठ द्वारा इस को मनाने की शुरुआत की गई है जहां पर महिलाओं ने हरे परिधानों में आकर झूमते नाचते गाते हुए इस त्यौहार का आगाज़ अभी से कर दिया है .