यही है असली तीज हरियाली..

रीना त्रिपाठी

भारत समृद्धि के संस्कृति और संस्कार प्रकोष्ठ लखनऊ के तत्वाधान में हरियाली तीज और मित्रता दिवस का आयोजन

सावन के आते ही हर तरफ हरियाली तीज के उत्सव की धूम मच जाती है खासतौर से जब से इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया ज्यादा पॉपुलर हुआ है तब से इस त्यौहार का संचार और खूब बढ़ चढ़कर बखान होता है क्योंकि हर जगह लोग अखबारों में टीवी में और सोशल मीडिया में खूब दिखना और छपना चाहते हैं ऐसे में अगर वास्तविक जीवन में हम हरियाली का सम्मान करना चाहते हैं तो हमें हर वक्त अपने आसपास हरियाली को बढ़ाने और संरक्षित करने का यत्न करना चाहिए ना कि सिर्फ एक दिन सावन के बहाने हम झूम कर नाचे गाएं और प्रकृति को भूल जाएं.. इसीलिए ही अपने देश की हरियाली और खुशहाली को संरक्षित करने के लिए इंदिरा नगर में महिलाओं ने इस त्यौहार को हरियाली के संकल्प दिवस के रूप में मना कर सभी को प्रेरणा देने की एक छोटी सी कोशिश की है…

संस्कृति एवं संस्कार प्रकोष्ठ की अध्यक्षा निशा सिंह ने सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली पूर्ण वातावरण व मनुष्य के जीवन में प्रकृति के महत्व को बताने के लिए हरियाली तीज महोत्सव संध्या का आयोजन लखनऊ के इंद्रा नगर में किया ।
प्रकृति को कैसे बचाया जाए तथा प्रकृति स्वरूपा नारी का समाज में सम्मान कैसे बढ़ाया जाए इस बात पर विचार विमर्श के साथ ही उपस्थित सभी महिलाओं ने हरा परिधान धारण किया, प्रकृति और नारी के जीवन में सावन के महत्व को बताते हुए लोकगीतों , लघु नाटिका और नृत्य के माध्यम से संगीत में प्रस्तुति की गई।


कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और हौसला अफजाई हेतु महिला साथियों को पुरस्कृत भी किया गया। जिसमें हरियाली क्वीन के रूप में महिमा सक्सेना, बेस्ट डांसर के रूप में तंजील सिंह, बेस्ट पर्सनैलिटी के रूप में रीना त्रिपाठी, ऑल राउंडर पुरुस्कार अर्चना सिंह, दीवा पुरुस्कार रंजना सिंह को प्रदान किया गया।
जिसमें सहभागिता करने वाली मातृशक्ति निम्न वत उपस्थित रही निशा सिंह, रीना त्रिपाठी , सीमा दिवेदी,प्रतिमा सिंह, छाया सिंह, रंजना सिंह, कनक लता सिंह, दुर्गेश नंदिनी, चंद्रावती, अर्चना सिंह, इंदू सिंह, हेमलता, नेहा सिंह, संगीता भारद्वाज, रेनूत्रिपाठी, अर्चना शुक्ला, लक्ष्मी सिंह, रेखा, , गीता वर्मा, रजनीपांडेय , तंजील सिंह । सभी ने प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और आयोजन को प्राकृतिक संरक्षण, प्लास्टिक के इस्तेमाल न किए जाने के संदेश के साथ समाप्त किया गया।