कृषि आजीविका सखियों के माध्यम से महिला किसान परिवारों की कृषि आजीविका का किया जा रहा है, संवर्धन।
लखनऊ,ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दिशा निर्देशन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित कृषि आजीविका सखियों के माध्यम से महिला किसान परिवारों की कृषि आजीविका का संवर्धन किया जा रहा है। भारत सरकार से अनुमोदित वार्षिक कार्ययोजना के कृषि आजीविका अंतर्गत 75 जनपद के 522 विकास खण्डों में 9950 कृषि आजीविका सखी का प्रशिक्षण उपरांत पदस्थ किये गया है एवं इनके द्वारा 8 लाख महिला किसान परिवारों को कृषि आजीविका संवर्धन गतिविधि पर कृषि एवं पशु पाठशाला का आयोजन ग्राम स्तर पर करते हुए सतत आजीविका पर अंगीकृत किया गया है। इन महिला किसान परिवारों को प्रेरणा पोषण वाटिका, गौ-आधारित खेती (कीट प्रबंधन, (जैविक खाद नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्नास्त्र इत्यादी), गोबर खाद, भू-नाडेप इत्यादि गतिविधियाँ करायी जा रही है , साथ ही पशु पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन इत्यादी आजीविका गतिविधि करायी जा रही है । इस परियोजना अंतर्गत जनपद स्तर पर उपलब्ध कृषि आधारित उत्पादन का संग्रहण, कटाई, छटाई, सफाई एवं ग्रेडिंग किये जाने हेतु 4319 उत्पादक समूहों का गठन किया गया है, जिनमें से 2888 उत्पादक समूहों के बिजिनेस प्लान एवं बैंक खाते खुल गए है ।