MANISH/PEEYOOSH
“एक विचार पनप रहा था मेरे मन में जब से मैं छोटा बच्चा था.. कि हर गरीब के घर में शिक्षा का उजियारा हो और वो पढ़ लिखकर अपने माता-पिता और गांव का नाम रोशन करे”… क्योंकि उस वक्त हमारे गांव में पढ़ने के लिए केवल एक ही सरकारी विद्यालय हुआ करता था उसमें भी गांव वालों और बच्चों की पढ़ने की इतनी रुचि नहीं थी क्योंकि निरक्षरता के चलते लोग पढ़ाई लिखाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे.. इसका सबसे बड़ा कारण गरीबी भी रहा है। मैंने अपने माता-पिता के आशीर्वाद और कुछ योग्य गुरुजनों के मार्गदर्शन में अपनी पढ़ाई लिखाई को आगे बढ़ाया ..जब मैं कुछ और बड़ा हुआ तो स्कूल कॉलेज से होते हुए विश्वविद्यालय पहुंचा लेकिन मेरा संघर्ष पढ़ाई और समाज को लेकर चलता रहा और इसलिए मैं तभी एक संघर्षशील विद्यार्थी होने के कारण विश्वविद्यालय तक पैदल ही जाता रहा वहां से मैंने पढ़ाई की साथ ही समाज के लिए राजनीति में भी कूदा ताकि मै कुछ बेहतर कर सकूं अपने समाज के लिए ..
MLC राम चन्द्र प्रधान ने क्यों बनवाया स्कूल. प्रधान ने कहा कि हर चीज का एक नियत वक्त होता है और उसमें वक्त लगता है इसलिए मैंने शहर से इतनी दूर मलिहाबाद में एक स्कूल बनवाया, आज इसी स्कूल में मलिहाबाद के कई बच्चे पढ़ते हैं। मुझे खुशी है कि मेरी एक छोटी सी पहल से बच्चों को शिक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।
प्रधान ने कहा कि जिस तरह भारतीय संविधान को बनने में 2 साल 11 माह और 18 दिन लगे थे लेकिन जब यह संविधान बना और लागू हुआ जो विश्व के किसी भी देश के लोकतंत्र से सबसे ज्यादा मजबूत और सबसे ज्यादा लोकतांत्रिक व्यवस्था वाला संविधान कहलाता है जिसके लिए हम बाबा साहेब को कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं जिनके मार्गदर्शन में भारतीय संविधान आज सभी के लिए बराबर का प्रतिनिधित्व प्रदान करता है। संविधान की इसी मूलभूत प्रेरणा को लेकर के मैंने सोचा कि मैं भी अपने गांव के बच्चों को शिक्षित करूं और उनके लिए एक विद्यालय डालूं जो कि आज आप सबके सामने हैं और यहां पर इस गणतंत्र दिवस पर झंडा फहरा कर शपथ लेते हैं कि मुझसे शिक्षा के ज्योति को घर घर तक पहुंचाने में जो भी बन सकेगा वह प्रयास में समाज के लिए हमेशा करता रहूंगा।
रामचंद्र प्रधान ने बच्चों को संविधान के बारे में बताया
एमएलसी रामचंद्र प्रधान ने गणतंत्र दिवस की मौके पर स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के संविधान के निर्माण में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे। जिसे 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया, तब इसमें कुल 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं। वर्तमान समय में संविधान में 25 भाग, 470 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां हैं।
74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के विधान परिषद सदस्य रामचंद्र प्रधान ने मलिहाबाद में अपने द्वारा बनवाए गए स्कूल MPB स्कूल में ध्वजारोहण के बाद बच्चों से साझा करते हुए कही ।एमएलसी प्रधान ने शिक्षकों और बच्चों से कहा कि हमें अपने संविधान के बारे में पता होना चाहिए तभी हम एक अच्छे नागरिक के रूप में अपने अधिकारों को जानते हुए समाज में लोकतंत्र की ना सिर्फ रक्षा कर सकेंगे बल्कि जन चेतना का संवर्धन भी कर सकेंगे।
जब एम पी बी स्कूल में मिठाई खाकर मनाया गया जश्न
एम पी बी पब्लिक स्कूल मलिहाबाद के परिसर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन बड़ी धूमधाम से मनाया गया , इस अवसर पर स्कूल की प्रबंधक एवं पूर्व राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता सिंह प्रधान की उपस्थिति में मुख्य अतिथि रामचंद्र सिंह प्रधान सदस्य विधान परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। राष्ट्रीय गान गाकर देश के 74 वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्र के प्रति सम्मान व देश प्रेम की भावना प्रकट की गयी।
मुख्य अतिथि ने स्कूल की प्रधानाचार्य व सभी कर्मचारियों तथा स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा परेड निकाली गई. ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय होने के बावजूद लोगों को शिक्षा के प्रति लगाव देखते हुए मुख्य अतिथि ने संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ ही वे साफ सफाई के विशेष ध्यान दें स्कूल से जाने के बाद अपने घर पर भी स्वच्छता बनाए रखें. इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह प्रधान, भाजपा नेत्री जानवी पांडे लोक गायिका समाज सेविका, प्रत्यूष सिंह प्रधान सहित बुजुर्गों बच्चों और महिलाओं ने गणतंत्र दिवस पर मुंह मीठा करके जश्न मनाया..