पंजाब के पूर्व मंत्री और अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है बिक्रम मजीठिया का कहना है कि पंजाब सरकार व्यक्तिगत हमले करने में यकीन करती है इसलिए अनर्गल बातें सत्ता के गलियारों में हो रही हैं मैं सरकार को चुनौती देता हूं कि मेरे खिलाफ सरकार के पास जो भी रिपोर्ट है उसका खुलासा सरकार पूरी तरह से करें सच्चाई जो भी होगी वह खुलकर सामने आ जाएगी पंजाब सरकार मुद्दों से भटक गई है इसलिए विपक्ष पर उल्टे सीधे आरोप लगा रही है बिक्रम मजीठिया ने यह भी कहा कि भगवंत मान अपनी पत्नी को दहेज में 40 गनमैन दिए हैं जो आम लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है लोग इस बारे में चर्चा करते हुए देखे जा सकते हैं बिक्रम मजीठिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच टकराव का मुख्य कारण खनन से जुड़े मुद्दे हैं विक्रम मजीठिया ने आरोप लगाया है कि खनन में धन उगाही के लिए सरकार ने अपने मनपसंद के दो ठेकेदारों राकेश चौधरी और अशोक चंडक को खनन का ठेका आवंटित किया है दोनों ठेकेदारों के खिलाफ रोपड़ और मोहाली में केस दर्ज हुए हैं पंजाब सरकार ने 21 दिसंबर को निरस्त कर दिया था लेकिन बाद में 27 जनवरी को राकेश चौधरी को माइनिंग का ठेका एक बार फिर आवंटित कर दिया गया जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार संलिप्तता दागी ठेकेदारों के साथ है पंजाब सरकार लोगों के महत्वपूर्ण मुद्दों को छोड़ते हुए दागी लोगोंज का साथ दे रही है पंजाब सरकार की गलत नीतियों के कारण दूसरे राज्यों से आने वाली बजरी और रेत पर तकरीबन ₹400 करोड़ रुपए का राजस्व का घाटा हो रहा है
अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने सरकार की नियत पर बड़े सवाल खड़े किए हैं अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिक्रम मजीठिया ने यह भी दावा किया है कि पूर्व में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक मामले में मुझ से माफी मांग चुके हैं इसलिए पंजाब सरकार मुझ से उलझने से पहले या टकराने से पहले एक बार जरूर सोच ले क्योंकि मैं किसी भी जांच से डरने वाला नहीं हूं और किसी भी जांच का संवैधानिक तरीके से जवाब देने में सक्षम हूं