भारतीय सनातन संस्कृति में नारी को देवी का दर्जा प्राप्त है-CM धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के तहत आयोजित महिला सशक्तीकरण एवं सुरक्षा सप्ताह पर ‘एकल महिला संघर्ष से सशक्तिकरण की ओर’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना शुरू करने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एकल महिलाओं को सम्मानित किया और वात्सल्य योजना के 6,286 लाभार्थियों को माह फरवरी के 01 करोड़ 89 लाख रूपये का डिजिटल हस्तान्तरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति में नारी को देवी का दर्जा प्राप्त है। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, वे हर जगह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपने आपको साबित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में राज्य की महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का संपूर्ण लाभ देने के लिए तेजी से कार्य किया है। आज प्रदेश के दुर्गम गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरीए अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। इस अवसर पर विधायक दलीप सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री एच. सी. सेमवाल, अपर सचिव श्रीमती निवेदिता कुकरेती एवं मातृशक्ति मौजूद थी। ने आज अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के तहत आयोजित महिला सशक्तीकरण एवं सुरक्षा सप्ताह पर ‘एकल महिला संघर्ष से सशक्तिकरण की ओर’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना शुरू करने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एकल महिलाओं को सम्मानित किया और वात्सल्य योजना के 6,286 लाभार्थियों को माह फरवरी के 01 करोड़ 89 लाख रूपये का डिजिटल हस्तान्तरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति में नारी को देवी का दर्जा प्राप्त है। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, वे हर जगह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपने आपको साबित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में राज्य की महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का संपूर्ण लाभ देने के लिए तेजी से कार्य किया है। आज प्रदेश के दुर्गम गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरीए अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। इस अवसर पर विधायक दलीप सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव एच. सी. सेमवाल, अपर सचिव श्रीमती निवेदिता कुकरेती एवं मातृशक्ति मौजूद थी।