रायबरेली में चार दिन से चल रहा है रेलवे मजदूर यूनियन का धरना

रायबरेली,चार दिनों से उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन का धरना अब बेमियादी धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गया है।पहले यूनियन भोजनावकाश के बाद केवल एक घंटे तक ही धरना करती थी जो कि पांच दिनों के लिए ही प्रस्तावित था मगर अब धरना शाम तक होने के साथ ही बेमियादी धरना प्रदर्शन हो गया है।

रेलवे मजदूर यूनियन के सदस्य प्लेटफार्म पर प्रदर्शन करते हुए


जहां पहले मजदूर यूनियन केवल प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बैठकर धरना दे रही थी वहीं अब नाराज यूनियन पूरे स्टेशन पर घूम घूम कर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रही है। रेलवे मजदूर यूनियन का कहना है कि जबतक उनकी बात नहीं मानी जाएगी उनका प्रदर्शन इसी तरह से चलता रहेगा। यूनियन की प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली, कर्मचारी विरोधी नीतियां और छः साल से अपने पद पर जमे वर्तमान स्टेशन अधीक्षक का तबादला है जिनसे अवकाश की बात को लेकर यूनियन से आए दिन विवाद होता रहता है ,इस बात की शिकायत और नाराज़गी पत्रकारों से बात करते हुए यूनियन के सहायक मंडल मंत्री लवकुश सोनकर ने कही । लवकुश का कहना है कि स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार छः साल पर अपने पद पर हैं और कर्मचारियों से अवकाश को लेकर रोज़ाना कहासुनी होती आ रही है। सहायक सचिव भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि रेलवे प्रशासन कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रहा है और उनकी बात नहीं सुनी जा रही है, वहीं शाखा अध्यक्ष सत्येन्द्र तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन की मांग पर कोई सुनवाई न होने से कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटका है और जब तक स्टेशन अधीक्षक का तबादला नहीं होगा तब तक उनका धरना जारी रहेगा।

कर्मचारी काम करना नहीं चाहते- राकेश कुमार (एस एस)

इस बावत स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि कर्मचारियों की आए दिन छुट्टी की मांग नाजायज है यदि सभी को इस तरह से अवकाश दिया जाता रहा तो गाड़ियां कैसे चल पाएंगी असल बात ये है कि लोग काम करना नहीं चाहते हैं..