देहरादून, उत्तराखंड में लगातार एक से बढ़कर एक रीजनल फिल्मों का निर्माण जारी है इसी के तहत गढ़वाली फिल्म “पधानी जी” का प्रोमो सूचना महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने लांच किया। उत्तराखंड की संस्कृति की धरोहर वहां की लोक परंपराएं रही हैं जिससे सजी मनोरंजन की विधाओं में पहाड़ की विरासत की झलक मिलती है। गढ़वाली कुमाऊनी और जौनसारी भाषाओं में रचे बसे लोक संगीत अब इंटरटेनमेंट की नई इबारत लिख रहे हैं इसी कड़ी के तहत अब उत्तराखंड का क्षेत्रीय फिल्म निर्माण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
महानिदेशक सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने आज सूचना महानिदेशालय, देहरादून में गढ़वाली फिल्म “पधानी जी” का प्रोमो लॉन्च किया।
रीजनल फिल्मों की अनुदान राशि बढ़ेगी
इस अवसर पर सूचना महानिदेशक ने कहा कि फिल्म शूटिंग हेतु राज्य सरकार दो महत्वपूर्ण नीतियां लाई है। जिनमें सेवा सेक्टर नीति के तहत फिल्म उद्योग में उपयोग होने वाले उपकरणों एवं सेवाओं को शामिल किया है। जबकि दूसरी नीति में फिल्म सिटी व उद्योग आधारित कार्यों को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि नई फिल्म नीति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशेष ध्यान रखा है कि क्षेत्रीय सिनेमा को प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए गढ़वाली, कुमाऊँनी फिल्मों को मिलने वाले अनुदान राशि में बढ़ोत्तरी करने का प्रस्ताव रखा गया है।
रीजनल फिल्म डायरेक्टरी जल्द बनेगी
बंशीधर तिवारी ने कहा कि फिल्म विकास परिषद का प्रयास है कि फिल्म सेक्टर से जुड़े लोगों, जैसे निर्माता-निर्देशक, कलाकारों, तकनीशियन एवं अन्य सेवा प्रदाता की एक डायरेक्टरी प्रकाशित की जाए। फिल्म के प्रोमो लांच के मौके पर अपर निदेशक सूचना आशीष कुमार त्रिपाठी व संयुक्त निदेशक/नोडल अधिकारी, उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद डाॅ. नितिन उपाध्याय, माहेश्वरी फिल्म्स के प्रोपराइटर और पधानी जी फिल्म के निर्देशक अशोक चौहान (आशु) भी उपस्थित थे।