ऋषिकेश, उत्तराखंड में सिक्खों के सबसे पवित्र धार्मिक स्थल श्री हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना हो गया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा परिसर ऋषिकेश से श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के प्रथम जत्थे को रवाना किया। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारा में मत्था टेककर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हेमकुंट साहिब की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा पर जाने से पहले अपने स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा चरम पर है। पिछले वर्ष 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के दर्शन किए थे। इस वर्ष इससे भी अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि देवभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार से परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री ने श्री केदारनाथ एवं श्री हेमकुंट साहिब के लिए रोप-वे का शिलान्यास करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार जताते हुए कहा कि इन रोप-वे के बनने से यात्रा सहज एवं सुगम होगी। कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल लाइन शुरू होने से हेमकुंट साहिब की यात्रा और सुगम होगी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेम चंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, मेयर ऋषिकेश श्रीमती अनीता ममगाई, महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम कंडवाल एवं गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा उपस्थित थे।