प्रदेश के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की धूप खिली होने के चलते आज भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़कों को ठीक करने के युद्धस्तर पर प्रयास जारी रहे। उधर, हरिद्वार जिले के लक्सर सहित देहात क्षेत्र में बाढ़ से 590 गांव प्रभावित हैं। जिले की स्थिति को लेकर आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने हरिद्वार की सैटेलाइट से ली गई तस्वीर जारी कर जिले के संवदेनशील इलाकों के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खानपुर और नारसन के कई गांवों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। पुलिस प्रशासन, पैरामिलिट्री फोर्स, एस.डी.आर.एफ सहित जिला प्रशासन की टीम रेस्क्यू और राहत कार्य में जुटी है। उन्होंने बताया कि हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित वाले क्षेत्रों में 2 अत्याधिक संवेदनशील, 12 मध्यम संवेदनशील और कई संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया गया है।
हरिद्वार जिले को कैटेगरी में बांट कर रेस्क्यू टीम और हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमों के माध्यम से राहत किट और अन्य मदद पहुंचाई जा रही है। जिले के लक्सर में बाढ़ प्रभावित 88 परिवारों को सुरक्षित स्थानों में स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं, मंगलौर में जल भराव से प्रभावित 64 परिवारों को कुल एक लाख साठ हजार रुपए की सहायता धनराशि वितरित की गई है। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 16 जुलाई से भारी बारिश होने की संभावना है।