महिला आरक्षण बिल पास, लोकसभा में पीएम ने क्या कहा:जानिए
उन अनगिनत महिलाओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे देश को समृद्ध बनाया-पीएम मोदी

महिला आरक्षण बिल पास, लोकसभा में पीएम ने क्या कहा:जानिए

Photo-SocialMedia

नई दिल्ली, बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद आज राज्यसभा में भी महिला आरक्षण बिल 128 वें संशोधन के रूप में पास हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सबको कहा थैंक यू

प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण बिल के समर्थन में मतदान करने वाले सांसदों को कहा धन्यवाद। पीएम मोदी ने कहा कि इस अभूतपूर्व समर्थन के साथ लोकसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक 2023 पारित होने पर खुशी हुई. मैं सभी पार्टियों के सांसदों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस विधेयक के समर्थन में मतदान किया.”

निर्विरोध महिला आरक्षण बिल पास होने पर महिला सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया

सबसे बड़ी बात यह है कि महिला आरक्षण बल पर हुई वोटिंग में एक भी वोटिंग बल के विरोध में नहीं हुई इसके साथ ही बल के पक्ष में टोटल 214 वोट पड़े और सभी राज्यसभा सांसदों ने बल के पक्ष में वोट डाले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताने के लिए विशेष तौर पर महिला सांसदों ने उनका आभार जताया और गेट पर फूलों के बुके और शॉल लेकर उनका स्वागत किया और साथ में फोटो भी खिंचवाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश की लोकतांत्रिक यात्रा में यह पल निर्णायक साबित हुए हैं जिस पर मैं 140 करोड़ भारतवासियों को बधाई देता हूं इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि वह सभी राज्यसभा सांसदों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए अपने कीमती वोट डालें सर्वसम्मत से मिलने वाला यह समर्थन वास्तव में खुशी देने वाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह महज एक विधेयक नहीं है बल्कि उन अनगिनत महिलाओं को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे देश को समृद्ध बनाया है और भारत उनके लचीलेपन योगदान से ही समृद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने के साथ हम भारत की महिलाओं के मजबूत प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण युग में प्रवेश करने की शुरुआत करते हैं।
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि हम अपने देश की महिलाओं की ताकत साहस और आदमी भावना को याद करते हैं और यह ऐतिहासिक कदम यह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता है कि उनकी आवाज को और भी प्रभावी ढंग से सुना जाए।

विशेष सत्र के चौथे दिन राज्यसभा में

27 सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार लोकसभा में 8 घंटे तक चली बहस के बाद आज जब राज्यसभा में इसके लिए चर्चा के बाद जब वोटिंग हुई तो पूरे देश की महिलाओं को खास खुशी का अनुभव हो रहा होगा क्योंकि यह बिल विपक्ष की छोटी-मोटी दलीलों के बाद भी सर्वसम्मति से पास हो गया।

केवल दो वोट पड़े महिला आरक्षण बिल के विरोध में

नारी शक्ति वंदन अधिनियम के विरोध में मात्र दो वोट दर्ज किए गए और यह वोट ए आई एम आई एम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने बल के विरोध में डालें वही बिल के समर्थन में 454 वोट पड़े इस बात पर बीजेपी के सांसद इसका श्रेय लेते हुए नजर आए और वहीं पर विपक्ष ने ऐतिहासिक बताते हुए ओबीसी आरक्षण की वकालत करते हुए नई बहस को जन्म दिया है।

महिला आरक्षण बिल अब राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा

27 सालों के लंबे इंतजार के बाद दोनों सदनों से महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद कानून बनाने के लिए अब इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए उनके पास भेजा जाएगा और मंजूरी मिलने के बाद इस बिल को कानून का दर्जा मिल जाएगा जो की लागू किया जा सकेगा। बिल बनने के बाद देश की संसद और सभी विधानसभा में महिला सदस्यों की संख्या 33 फ़ीसदी हो जाएगी।

महिला आरक्षण बिल लागू होने के बाद अभी कई और पेंच हैं

राष्ट्रपति के मोहर लगने के बाद भी इसको लागू होने मैं अभी कुछ और वक्त लगेगा क्योंकि चुनाव में इसका फायदा महिलाओं को तभी मिलेगा जब परिसीमन किया जाएगा और परिसीमन तभी होता है जब जनगणना हो जाएगी और इस पूरी प्रक्रिया में वक्त तो लगेगा ही क्योंकि देश में 2021 में जनगणना होनी थी जो कि अभी तक नहीं हुई है सूत्रों की माने तो यह जनगणना 2027 और 2028 तक हो पाएगी तब कहीं परिसीमन के बाद महिलाओं को 33% आरक्षण मिल पाएगा।