29साल बाद मुख्यमंत्री योगी जन्मभूमि पर रखने जा रहे हैं कदम

उत्तराखंड यम्केश्वर में करेंगे गुरु की प्रतिमा का अनावरण

परिजनों के साथ भी बिताएंगे कुछ वक्त

Peeyoosh Mayank

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी 3 मई को उत्तराखंड आ रहे हैं । माना जा रहा है कि वह 4 मई को उत्तराखंड के यमकेश्वर में वह अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ नाथ की प्रतिमा का अनावरण करेंगे इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल होंगे।

यमकेश्वर में भिक्याणी राजकीय डिग्री कॉलेज में जहां योगी आदित्यनाथ महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण करेंगे। यह महाविद्यालय 1998 में योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में ही बना था इस महाविद्यालय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष जुड़ाव है संभवतःउनके तीन दिवसीय प्रवास को उत्तराखंड सरकार यादगार बनाने में जुटी हुई है 2020 में पिता की मृत्यु के बाद भी योगी आदित्यनाथ अपने गांव नहीं आए थे उस समय कोरोना महामारी अपने चरम पर थी। गुरु महंत अवैद्यनाथ गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है ,इस कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों का जमघट लगने वाला है क्योंकि इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ढाई हजार लोगों को संबोधित भी करने वाले हैं प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो यह संख्या बढ़ सकती है संबोधन के बाद सभा में आए हुए सभी लोगों को भोजन कराने की व्यापक व्यवस्था की गई है साथ ही लखनऊ से भी पांच गाड़ियों से कमांडो एक दस्ता पूरी निगरानी में जुटा हुआ है उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं उनके साथ ही उत्तराखंड सरकार के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी कार्यक्रम की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। योगी हरिद्वार में उत्तर प्रदेश सरकार के होटल का भी उद्घाटन कर सकते हैं

जब रजत शर्मा ने योगी से यह पूछा था..

सभी को याद होगा कि चुनाव के दौरान रजत शर्मा ने अपने कार्यक्रम आप की अदालत में मुख्यमंत्री से पूछा था कि आप अपने पिता की मृत्यु पर उनको मुखाग्नि देने नहीं गए थे तब योगी ने कहा कि उस वक्त कोरोना वायरस अपने चरम पर था और यूपी की 24 करोड़ जनता उनका परिवार है इसलिए वह अपने इस परिवार को छोड़कर वहां नहीं जा पाए थे ,लेकिन जब रजत शर्मा ने कहा कि आपकी मां और बहन आपको याद करती हैं तो मुख्यमंत्री की आंखों में आंसू आ गए थे और वह भावुक हो चले थे उन्होंने बहुत संभलते हुए कहा था कि मैं जाऊंगा …आज वही दिन आ गया है जब वह कुछ देर के लिए ही सही अपने परिवार से मिलने वाले हैं भावुकता के इन पलों को देखने और महसूस करने के लिए करोड़ों लोगों की आंखें लगी हुई है, हालांकि विधानसभा चुनाव के दौरान योगी 12 फरवरी को प्रचार के लिए कोटद्वार आए थे तब वहीं पर उनकी अपने भाई और बहन से बहुत कम समय के लिए मुलाकात हो पाई थी मगर इस बार योगी अपने गांव पंचूर भी जाएंगे सन्यास लेने के तकरीबन 29 साल बाद मुख्यमंत्री अपने घर पर रुकेंगे उनकी मां सावित्री देवी को इस पल का बेसब्री से इंतजार है उनके साथ ही उनके दो भाइयों मानवेंद्र और महेंद्र को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने का इंतजार है इंतजार की घड़ियां मुख्यमंत्री की बहन के लिए भी लंबी होती जा रही हैं पूरे परिवार को आत्मीयता और भावुकता के चरम एहसास को रोक पाना मुश्किल हो चला है घर और आंगन सोच में पड़े हैं सम्मान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का! या फिर गांव वाले अजय सिंह बिष्ट का किया जाए !

गांव का कोना कोना जर्रा जर्रा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वागत के लिए तैयार बैठा है बहुत सारी बातें होंगी! मुख्यमंत्री बनकर नहीं .. बल्कि बातें होंगी अजय सिंह बिष्ट से.. शिकायत होंगी.. उलाहना होगा …बहुत कुछ उनकी सुनेंगे… बहुत कुछ अपना भी सुनाएंगे.. सभी लोग अतीत के कैनवास पर अपनी यादों का रंग भरेंगे, तय समय की टिक टिक के साथ ही उनके दौरे की समाप्ति का क्षण आ जाएगा और सन्यासी निकल पड़ेगा अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए अपने कर्म पथ पर…..