भूपेंद्र चौधरी ही हुए यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष

हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं

अटकलों पर लगाम लगाते हुए आखिरकार बीजेपी ने भूपेंद्र चौधरी के रूप में पिछड़े समाज को साधने और जाट वोट को अपनी तरफ करने के फार्मूले के चलते भूपेंद्र को यूपी के नए बीजेपी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है आदेश मिलने के तुरंत बाद चौधरी ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करके उनकी शुभकामनाएं प्राप्त कीं

हाल ही में विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए चौधरी को उत्तर प्रदेश के नए बीजेपी अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है वह वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के तहत बीजेपी की रणनीति के कारण भाजपा ने प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री और पश्चिम यूपी से आने वाले बड़े जाट नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी को जाट समुदाय का वोट बैंक साधने के लिए दूसरी बार पिछड़े वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करके पिछड़ी जाति के लोगों को संदेश देने की कोशिश की है .

54 साल के भूपेंद्र मुरादाबाद के मेहंदी सिकंदरपुर गांव के रहने वाले हैं चौधरी की नियुक्ति की सूचना का आदेश भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बृहस्पतिवार को दे दिया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों में चौधरी का बड़ा बोलबाला है, चौधरी की जाट समाज के साथ पश्चिमी यूपी में त्यागी ब्राह्मण गुर्जर लोगों में अच्छी खासी पकड़ है एक बात यह भी समझी जा रही है कि वर्तमान में नोएडा के श्रीकांत त्यागी के गाली कांड के बाद त्यागियो में बढ़ रहे असंतोष के बाद त्यागियो और जाटों को साधने के लिए भी बीजेपी ने भूपेंद्र चौधरी का कार्ड खेला है इसका मतलब साफ है कि बीजेपी एक तीर से कई निशाने लगाना चाहती है क्योंकि किसान आंदोलन और रालोद की पकड़ को झटका देने के लिए यूपी में जाटों और पिछड़े समाज का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है,सबसे बड़ी बात हरियाणा में चुनावी चौसर भी बिछने वाला है और इस मैच की फील्डिंग करने के लिए एक जाट नेता की बीजेपी को बड़ी जरूरत भी है।
इससे पहले चौधरी लोकसभा चुनाव 2019 से पूर्व जाटों के आरक्षण आंदोलन और कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के समय पश्चिमी यूपी के जाट समाज को सरकार की बात पहुंचाने के लिए सरकार के संदेशवाहक की भूमिका में भी नजर आए थे