बिहार में जाति गणना सर्वे की रिपोर्ट सामने आते ही नीतीश कुमार के सहयोगी राजद के लालू प्रसाद यादव और राहुल गांधी ने खुशी जताई है. बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े 36% अत्यंत पिछड़ा, 27% पिछड़ा वर्ग
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प्रधानमंत्री मोदी ने इसे जनता के साथ धोखा बताया है
बिहार में जाति गणना सर्वे के सामने आते ही सभी दलों में बहस तेज हो गई है जहां प्रधानमंत्री मोदी ने इसे जनता के साथ धोखा बताया है वही राहुल गांधी ने इसे महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि ज्यादा जनसंख्या ज्यादा अधिकार ।
बिहार में जाति सर्वेक्षण डाटा के सामने आते ही नीतीश के सहयोगी राजद ने इसको ऐतिहासिक बताया वही प्रधानमंत्री समेत भाजपा के नेताओं ने इसे बिहार की जनता के साथ धोखा करार दिया है । राहुल गांधी ने बयान जारी करते हुए कहा कि इन आंकड़ों से यह पता चलता है कि देश के लिए जातिगत आंकड़े जानना बेहद जरूरी है।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्विटर पर बयान जारी करते हुए कहा की जाति सर्वेक्षण ने तमाम जातियों की आर्थिक स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है और इस डाटा के आधार पर सभी समुदायों के लिए विकास के कदम उठाए जाएंगे उन्होंने गांधी जयंती के मौके पर इस रिपोर्ट के प्रकाशन पर सर्वेक्षण टीम को इस काम के लिए शुभकामनाएं दी और कहां की आने वाले दिनों में बिहार विधानसभा की सभी नौ राजनीतिक पार्टियों को एक बैठक में बुलाया जाएगा और उन्होंने सर्वेक्षण के समर्थन में सर्वसम्मति से जो वोटिंग की थी उन्हें इसके निष्कर्ष के बारे में बताया जाएगा।
बिहार राज्य के भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी ने कहा कि इन सर्वेक्षण के परिणाम के अनुसार कोटा बढ़ाने की जरूरत है या नहीं इस पर जो भी कारवाई आवश्यक होगी उसे पर ध्यान दिया जाएगा उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने पिछड़े वर्गों के लिए या प्रावधान पेश किया था उसके बाद मंडल आयोग और फिर रोहिणी आयोग आया साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी सुनिश्चित किया है की इन निष्कर्षों के लिए जो भी कारवाई जरूरी होगी उसको किया जाएगा।
आरजेडी संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा की कानूनी बढ़ाओ और साजिशों के बाद भी इस सर्वे रिपोर्ट को पूरा किया गया इसके साथ ही उन्होंने एक पर पोस्ट जारी करते हुए कहा कि सर्वे के आंकड़े वंचित और उत्पीड़ित वर्गों एवं गरीबों को उनकी आबादी के अनुसार उनके विकास के लिए प्रतिनिधित्व देने वाला और उनके लिए नीतियां बनाने में पैमाना साबित होगा साबित होगा।
गिरिराज सिंह
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट को जनता के साथ धोखाधड़ी करार दिया है गिरिराज ने कहा कि यह सर्वेक्षण लोगों में भ्रम फैलाने वाला है।
तेजस्वी यादव
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह रिपोर्ट कई दशकों के लंबे संघर्ष में एक मील का पत्थर है तेजस्वी ने कहा कि इस सर्वेक्षण में केवल जाति आधारित आंकड़े ही नहीं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी गई है और सरकार इस डाटा के आधार पर जनता का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने वाली है।
अब क्या हो सकता है
बिहार में इस जात आधारित सर्वेक्षण के नतीजे से ओबीसी आरक्षण को बढ़ाने की मांग पूरी तरह उठने की संभावना है क्योंकि अभी तक राज्य में ओबीसी का आरक्षण 27 प्रतिशत तक ही सीमित है वर्तमान सर्वेक्षण के नतीजे के अनुसार बिहार की आबादी में पिछड़े वर्ग की हिस्सेदारी लगभग दो तिहाई से ज्यादा है जो कि आम चुनाव के नतीजा पूरी तरह से बदल सकती है और इस सर्वेक्षण का मकसद भी इन्हीं वर्ग के वोटो की हिस्सेदारी को लेकरके रहेगा देखने वाली बात यह है कि आम चुनाव के कुछ महीनो से पहले इस निष्कर्ष ने चुनावी चकल्लस शुरू कर दिया है।