मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड @ 25 ‘बोधिसत्व विचार श्रृंखला एक नई सोच-एक नई पहल’ पुस्तक का विमोचन किया। विभिन्न वैज्ञानिकों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त विचारों का संकलन इस पुस्तक में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विभिन्न क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान की राह आसान बनाने का रहा है। सभी विभागों के 10 साल का रोड़ मैप तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास राज्य के विकास में सभी संस्थानों का सहयोग प्राप्त करने का रहा है। पंतनगर कृषि विश्व विद्यालय को पशुपालन एवं कृषि विकास तथा तकनीकि विश्व विद्यालय को विज्ञान एवं तकनीकि का राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच बनाने में सहयोगी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आदर्श चम्पावत के लिये बनायी जा रही योजनायें प्रदेश के सभी जनपदों के लिए आधार बनेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। हम इस दिशा में रोड मैप बना कर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में जन भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में स्थित सभी वैज्ञानिक संस्थानों को साथ लाकर समग्र एवं सर्वांगीण विकास का एकीकृत मॉडल विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित करने के लिए 10 से 5 तक कार्य करने की व्यवस्था में बदलाव लाया जा रहा है। राज्य में निवेश व विकास का वातावरण बन रहा है। इस वर्ष ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रधानमंत्री को भी आमंत्रित किया गया है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक एवं यूकास्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, सचिव वित्त दिलीप जावलकर, पद्मश्री अनिल जोशी, कल्याण सिंह रावत ‘मैती’, कुलपति दून विश्व विद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, भाभा रिसर्च सेन्टर के डॉ. डी. के. असवाल आदि उपस्थित थे।