नई दिल्ली, केरल की रहने वाली महिला जिनकी उम्र 79 वर्ष है उनका 18 नवंबर को RTPCR टेस्ट किया गया था जिसमें इन्फ्लूएंजा वायरस के मामूली लक्षण पाए गए थे,जिस कारण केंद्र सरकार ने कोरोना के ने सबवैरिएंट JN.1के मिलने पर जारी की है।
लोगों को सुरक्षित रखने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। सरकार की मंशा है कि आने वाले त्यौहारों और नये साल के आगमन पर लोग इस बीमारी के प्रसार से बचें इसलिए सावधानी जरूरी है और वायरस को फैलने से रोका जा सके और असर कम हो।
दरअसल हुआ यह था कि केरल में एक महिला जो कि कोविड -19से पीड़ित होकर ठीक हो चुकी थीं लेकिन अब एक बार फिर अब उनकी एनटी-पीसीआर टेस्ट में नए सबवैरिएंट JN.1की पुष्टि हुई है ।वैसे इसी साल इस महिला पहले भी 25 अक्टूबर को सिंगापुर से लौटे तमिलनाडु के एक युवक में भी JN.1 सब-वैरिएंट के लक्षण परीक्षण में पाये गए थे
इन परीक्षणों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार को निर्देश दिए हैं कि वो अपने सभी जिलों में इंफ्लूएंजा बीमारी के आंकड़ों के साथ ही एतिहात बरतते हुए सचेत रहें और समय पूर्व तैयार रहें और केंद्र सरकार को अवगत कराते रहें।
JN.1 सब-वैरिएंट कितना अलग है पूर्व वैरियंट से
राजीव जय देवन जो कि नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कॉविड तक फोर्स के सह अध्यक्ष हैं उनके अनुसार जे एन. 1 गंभीर रूप से प्रतिरक्षा रोधी और तेज गति से फैलने वाला वेरिएंट है यह उन लोगों को संक्रमित करने में काफी प्रबल है जिन्हें पूर्व में भी कॉविड से संक्रमण हुआ था और उन लोगों को टीका भी लगाया गया था। यह वेरिएंट जो XBB और इस वायरस के पहले के सभी वेरिएंट्स से पूरी तरह से अलग है।
JN.1सब-वैरिएंट के बारे में जानकारों की राय
समाचार एजेंसी ए एन आई को जानकारी देते हुए भारतीय SARS-COV-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के चीफ डॉक्टर एन के अरोड़ा ने बताया कि कि हमारे पास JN.1 के कुछ मामले हैं जिन पर पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है और अभी तक किसी भी अस्पताल में इससे पीड़ित गंभीर बीमार की सूचना नहीं मिली है।