चंडीगढ़ ,पुलिस ने गांधी स्मारक निधि फंड के दुरुपयोग को लेकर अपनी कार्रवाई तेज करते हुए, प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई है! चंडीगढ़ के सेक्टर 16 में गांधी स्मारक निधि घोटाले में धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत करते हुए 13 लोगों पर कानूनी कार्रवाई की गई है,, चंडीगढ़ पुलिस ने यह कार्रवाई गांधी स्मारक निधि के प्रशासनिक अधिकारी आनंद शरण की शिकायत पर दर्ज की है! गांधी स्मारक निधि घोटाला कितना बड़ा है ?इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रशासनिक अधिकारी आनंद शरण इसकी शिकायत पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक बी एल पुरोहित से करनी पड़ी है, तब जाकर चंडीगढ़ की पुलिस सक्रिय हुई है ।
गांधी स्मारक निधि घोटाले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है !और इसके साथ ही तमाम दस्तावेजों को बारीकी से खंगाला जा रहा है, पिछले वर्ष 2022 के सारे दस्तावेजों की गहन पड़ताल कर चंडीगढ़ पुलिस ने 13 लोगों को नामजद किया है” इस घोटाले में नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है ,पुलिस सूत्रों के अनुसार सभी आरोपियों को बारी बारी से बुलाकर पूछताछ की जाएगी और विवेचना के बाद पुष्टि होने पर आरोपियों को जेल भेज दिया जाएगा! फिलहाल पुलिस घोटाले में संलग्न दस्तावेजों की हैंडराइटिंग को हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेज कर इस की सघन जांच कराने में जुटी हुई है, गांधी स्मारक निधि घोटाले के आरोपियों के नाम जो पुलिस दस्तावेज में दर्ज है इस प्रकार हैं देव राज की पत्नी कंचन त्यागी , आनंद राव ,अक्षा रैना पापिय चक्रवर्ती मुदित त्यागी एमपी डोगरा ,अमित कुमार विक्की ,और मोहिंदर हैं !सभी आरोपियों के दस्तावेजों को पुलिस तकनीकी दृष्टि से इसका मूल्यांकन कर रही है फिलहाल इस घोटाले ने अफसरशाही में हलचल पैदा कर दी है!