हरेला प्रकृति और जल संरक्षण का त्योहार -सीएम धामी

सीएम ने दिए निर्देश ,सोमवार को बंद रहेंगे आफिस और बैंक

प्रकृति का अनूठा त्यौहार हरेला उत्तराखंड का एक प्रमुख पारंपरिक प्राकृतिक त्यौहार है , प्रकृति संरक्षण की जन चेतना का इतना पावन और बड़ा त्यौहार शायद ही देश और विदेश के किसी कोने में मनाया जाता हो..

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास परिसर में पौधारोपण करते हुए कहा कि हरेला प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का पर्व है। जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन की दिशा में राज्य में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जल संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सभी से आगे आने का आह्वान किया है, राज्य में इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य में 1200 से अधिक अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इस दिशा में आगे भी लगातार कार्य होंगे। हरेला पर्व के अवसर पर गीता पुष्कर धामी एवं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी पौधारोपण किया।

इक्यावन पौधे लगाकर हरेला को बनाया यादगार

इस मौके पर धामी ने आवास में विभिन्न प्रजातियों के 51 पौधे लगाकर इस हरेला पर्व को यादगार बनाया। इस अवसर पर अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, मुख्य वन संरक्षक वन पंचायत डॉ. पराग मधुकर धकाते, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी, उद्यान प्रभारी दीपक पुरोहित भी मौजूद रहे।

प्रदेशवासियों को प्रकृति पर्व की शुभकामनाएं

सोमवार को अवकाश घोषित

हरेला पर्व के उल्लास को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 16 जुलाई की जगह 17 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया है क्योंकि 16 को रविवार पड़ जाने से लोगों को एक दिन की छुट्टी नहीं मिल पाई थी इसलिए जन भावना का आदर करते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश की विभिन्न सूत्रों से अवकाश की सूचना मिल रही है। कहा जा रहा है कि सोमवार के दिन सभी सरकारी कार्यालय और बैंक बंद रहेंगे।

विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने भी सीएम धामी से अवकाश की डेट में संशोधन की मांग रखी थी।सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सुमन ने इस बारे में शासनादेश जारी किया है।