उत्तराखंड में होगा जड़ी बूटी का उत्पादन,कार्य योजना होगी तैयार-Dehradun, बरसों से हमारे घरों में घरेलू नुस्खों से लेकर आयुर्वेद के बारे में सभी को पता है और हर किसी ने कभी ना कभी इन्हें जड़ी बूटियों का उपयोग करके अपनी बीमारियों को दूर करने का तरीका अपनाया है वैसे भी कोरोना काल मैं हम सब ने आयुर्वेद को अपनाकर इस भयंकर महामारी से लड़ने में विजय हासिल की है अब जड़ी बूटियों की इन्हीं उपयोगिता को लेकर उत्तराखंड की सरकार खासी संवेदनशील हुई है सरकार की मंशा न केवल इन जड़ी-बूटियों को उगाकर उनका उत्पादन करने की है बल्कि इसकी मार्केटिंग और बिक्री की व्यवस्था करके राज्य के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराकर राजस्व में बढ़ोतरी भी करना है इसके साथ ही उत्तराखंड में एक प्रकार से आयुर्वेद की टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश में जड़ी-बूटी के क्षेत्र में उत्पादन और रोजगार को विकसित करने के लिए उत्तराखंड में होगा जड़ी बूटी का उत्पादन,कार्य योजना होगी तैयार। मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जड़ी-बूटी का उत्पादन और मांग को देखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि कृषि, उद्यान और वन विभाग अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसी जड़ी-बूटियों को चिन्हित करें जिनकी बाजार में अत्यधिक मांग हैं और जिनके उत्पादन और संग्रहण में कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि विभागों को इसके लिए अपनी अपनी भूमिका भी तय करनी होगी। उत्पादन, संग्रहण और बाजार उपलब्ध कराए जाने के लिए हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा। राज्य स्तर पर भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति का गठन होगा। इस दिशा में जो जिले अच्छा कार्य करेंगे, उनकी रैंकिंग कर सम्मानित भी किया जाएगा।