चोरी के आरोप से आहत पुत्र ने की मां-बाप और बहन की निर्मम हत्या

आजमगढ़,आजमगढ़ में 1 बोरी गेहूं चुराने के आरोप में आरोपी राहुल सिंह 20 वर्ष ने अपने पिता भानु प्रताप सिंह और माता सुनीता देवी की हत्या कुल्हाड़ी से काटकर कर दी है और साथ ही भोर में उनके साथ सो रही अपनी बहन राशि सिंह उम्र 12 वर्ष की निर्मम हत्या कर फरार हो गया है हत्या करने के बाद राहुल सिंह गांव से फरार हो चुका है।

यह घटना आजमगढ़ के थाना कप्तानगंज धन धारी गांव की है सूचना मिलते ही आजमगढ़ के आईजी अखिल कुमार और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य घटनास्थल पर पहुंच चुके थे ,पुलिस बल के साथ डॉग स्क्वायड की टीम और फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटाने में जुटी हुई है, बीती रात को मृतक दंपति ने गेहूं चुराने के मसले पर राहुल से बात करने की कोशिश की थी, और उसके इस काम के लिए डांटा फटकारा भी था ,इसी बात से नाराज होकर राहुल ने तीनों लोगों को कुल्हाड़ी से काट डाला ,आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक ने सीओ के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया है, जिससे हमलावर को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।

आजमगढ़ की एसओजी टीम और क्राइम ब्रांच की टीम को भी इस हत्याकांड के खुलासे के लिए लगाया गया है, इस घटना के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं लोगों के बीच हो रही हैं भानु प्रताप सिंह की एक बेटी जो घटना के समय नहीं थी।

इस हत्याकांड में बस वही बची है, रानी सिंह जिसकी उम्र 15 वर्ष है वह मृतक भानु प्रताप सिंह के बड़े भाई के घर गई हुई थी ,गांव के प्रधान अमर सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड की जानकारी उन्हें जैसे ही मिली वे तत्काल मृतक के घर पहुंचे

इस हत्याकांड की जानकारी कप्तानगंज थाने को दी थी इस हत्याकांड में बच गई रानी सिंह का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है ,उसे चुप कराने और सांत्वना देने के लिए गांव की महिलाएं मृतक के घर पहुंच रही हैं।

मृतक के परिवार में अब सिर्फ रानी सिंह ही बची है ,और उसका भाई राहुल सिंह को कानून कब सजा देगा ,यह तो साक्ष्यों पर निर्भर है लेकिन उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस को और क्या लीड मिल सकती है ,इसलिए भी उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है क्या ?सिर्फ डांटने की वजह से ही राहुल सिंह ऐसी जघन्य वारदात को अंजाम दे सकता है? या इसके पीछे की कहानी कुछ और है ?