Manish Chandra / Vishal kr@MBI
IMD LUCKNOW : भारतीय मौसम विज्ञान के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में लखनऊ में एकदिवसीय कार्यशाला जिसका शीर्षक उत्तर प्रदेश में मौसम और जलवायु पर स्टेकहोल्डर और विषय विशेषज्ञों ने मौसम विभाग की कार्य प्रणाली और अनुमान पर मानव जीवन की निर्भरता और चिंता पर अपने विचार व्यक्त किये।
IMD LUCKNOW मौसम विज्ञान केंद्र का सटीक अनुमान देने का प्रयास
दिल्ली आई एम डी से आए हुए एडिशनल डायरेक्टर जनरल आर के जेनामनी ने कहा कि जीवन के सारे कारोबार मौसम पर ही आधारित हैं और मौसम और मानसून के बिना सब सूना है.. उन्होंने कहा कि चाहे खेती किसानी हो स्कूल कॉलेज की पढ़ाई लिखाई कोई भी यात्रा हो ,सेना हो या हो कोई भी बड़ा इवेंट मौसम की सूचना के आधार पर ही लोग अपनी तैयारी तय करते हैं, उन्होंने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र लगातार स्वदेशी तकनीक का लाभ लेते हुए मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए अग्रसर है उन्होंने कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक और शायद ही ऐसा कोई विभाग हो जो मौसम पर आधारित ना हो जिसके लिए समय-समय पर मौसम विज्ञान चेतावनी देता रहता है उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान अब लगभग 80% सटीक जानकारी देने की कोशिश कर रहा है जो कि आने वाले दिनों में और भी बेहतर हो जाएगी। जेनामनी ने कहा कि आज भारत में 6000 आईएमडी के स्टेशन लगातार जानकारी दे रहे हैं जिस कारण हम मौसम का अनुमान और उससे पड़ने वाले प्रभाव का आंकलन करके सरकार और जनता को चेतावनी देते हैं उन्होंने कहा कि आज मौसम विज्ञान केंद्र चाहे बाढ़, सूखा भारी बारिश तूफान या आंधी हो इन सभी की जानकारी देने के लिए लगातार अपनी सेवाएं दे रहा है और हमारा मौसम विज्ञान केंद्र अब 150वीं वर्षगांठ बना रहा है जिस बारे में वह कहना चाहते हैं कि आने वाले समय में हम और भी बेहतर काम कर पाएंगे।
नागरिकों की रक्षा के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट हर वक्त मुस्तैद
डिजास्टर मैनेजमेंट की प्रोफेसर आकांक्षा पांडेय ने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र की सूचनाओं के आधार पर मौसम द्वारा होने वाली क्षति से नागरिकों को बचाने में इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट की अहम भूमिका है जिसकी सूचनाओं को संबंधित विभागों से साझा करके हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान माल की सुरक्षा करने में सक्षम हुए हैं जिसमें मौसम विभाग देश के लिए अपने अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आकांक्षा पांडेय ने कहा कि मौसम विभाग की सूचनाओं के आधार पर डिजास्टर मैनेजमेंट देश की आंतरिक सुरक्षा में अपनी भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है इसके साथ ही आकांक्षा ने कहा कि समय-समय पर मौसम विज्ञान केंद्र उनके संस्थान से आए हुए स्टूडेंट्स जिनमें बड़े स्तर पर सेना और ब्यूरोक्रेट्स जैसे महत्वपूर्ण लोग होते हैं जिनको प्रशिक्षित करने के काम में आईएमडी और उनका डिजास्टर मैनेजमेंट अपनी भूमिका अदा कर रहा है।
आपदा संचार तंत्र को मजबूत करने की बेहद आवश्यकता
कृषि सचिव जीएस नवीन कुमार ने कहा कि मौसम विभाग के डाटा कलेक्शन के आधार पर हम खेती किसानी के साथ ही भारतीय विमान पत्तन ,नेवी, सेना, इत्यादि लोगों तक सूचनाएं पहुंचा कर मौसम विभाग लगातार देश की सेवा कर रहा है जी एस नवीन ने संचार माध्यमों को और मजबूत करने की सलाह देते हुए अधिकतम सटीक अनुमान पर ज़ोर दिया,
वहीं एसडीआरएफ के उप सेनानायक हरेंद्र प्रताप यादव ने कहा कि मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से नागरिकों को चेतावनी देने और बचाने के लिए मौसम विभाग का समन्वय हमेशा जन हित में रहा है जिस कारण भारी क्षति होने से नागरिकों को समय पर राहत प्रदान करने में सुविधा होती है।
.. इस मौके पर क्रॉप वेदर वॉच ग्रुप की अनुष्का पांडे ने भी खेती किसानी पर आधारित सूचनाओं के संकलन और समन्वय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया कार्यक्रम में मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के निदेशक मनीष रत्नाकर, वैज्ञानिक दानिश सहित पूरा मौसम केंद्र मौजूद रहा।