ऋषिकेश, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर लाभ यहां के नागरिकों को मिले जिसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों मिलकर साथ काम कर रही हैं। पहाड़ों में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को हल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य का स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों साथ मिलकर काम कर रहा है इसी कड़ी में भारत सरकार से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने कल देर रात एम्स ऋषिकेश का निरीक्षण किया के साथ ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में इलाज की बेहतर सुविधाओं का जायजा लेने के लिए ऋषिकेश एम्स पहुंचे। संवाददाताओं से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि अब उत्तराखंड में प्रसूताओं को 1 हफ्ते पूर्व ही भर्ती कराया जाएगा।
रावत ने कहा कि बच्चों को जन्म देने से पूर्व गर्भवती माताओं को विशेष देखरेख की आवश्यकता होती है जिसके लिए उत्तराखंड की सरकार हमेशा से संवेदनशील रही है रावत ने पत्रकारों को बताया कि पहले हम गर्भवती महिलाओं को उनके घर से अस्पताल तक लाने और भिजवाने के लिए वाहन की सुविधा देते थे लेकिन अब हमारी सरकार ने भारत सरकार के साथ मिलकर एक नई योजना प्रारंभ की है जिसमें गर्भवती माओं को प्रसव के एक हफ्ते पूर्व ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पताल या किसी उचित स्थान पर लाकर भर्ती किया जाएगा जिससे कि उन्हें बेहतर देखरेख और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कल देर रात एम्स ऋषिकेश का निरीक्षण किया उन्होंने एमबीबीएस के छात्रों के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में चर्चा भी की। मांडवीया ने रावत के साथ इमरजेंसी और ट्रामा में भर्ती मरीजों का हाल जाना और एम्स की ओर से दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। आज सुबह डॉ मांडविया दिल्ली के लिए वापस रवाना हुए। गुरुवार को वह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए थे। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने डॉ मांडविया के दौरे को बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस बार स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य को अच्छा बजट मिला है। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का कार्य तेजी से किया जा सकेगा। धन सिंह रावत ने बताया कि इस बार केंद्र सरकार चार धाम की यात्रा के लिए विशेष सुविधाएं दे रही है साथ ही राज्य सरकार ने 15000 ग्राम सभाओं में महीने में एक बार या 15 दिन में ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य चौपाल लगाने की योजना प्रस्तावित की है जिसमें लोगों की 264 जांचें पूरी तरह से फ्री में करके उनको दवाई और इलाज दिया जाएगा।