चांद पर भी भारत है

प्रधानमंत्री मोदी ने मिशन की सफलता पर इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी

नीता शर्मा की रिपोर्ट

बेंगलुरु, 140 करोड़ भारतवासियों का सपना आज उसे वक्त सरकार हो गया जब चंद्रयान 3 ने 6:04 पर अपने कदम चांद पर जमा दिए। करोड़ों देशवासियों की आस्थाएं उस वक्त साकार हो उठी जब विक्रम लैंडर ने चांद पर पहुंच कर भारत का झंडा गाड़ दिया।

विक्रम लैंडर ने चांद की पहली तस्वीर भेंजी

*प्रधानमंत्री मोदी ने भी साउथ अफ्रीका से इसरो के वैज्ञानिक और देशवासियों को बधाई दी*

भारत ने आज चांद पर जीत हासिल कर एक इतिहास रच डाला। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के चंद्रयान-3 मिशन को आज कामयाबी मिल गयी है। चंद्रयान तीन ने आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास विक्रम लैंडर मॉड्यूल की सॉफ्टलैंडिग कर ली। इसरो के चेयरमैन एस. सोमनाथ ने मिशन की सफलता की घोषणा की।

..जब इसरो के वैज्ञानिकों की खुशी का ठिकाना ना रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं और उन्होंने वर्चुअल माध्यम से उसे ऐतिहासिक पल का लाइव प्रसारण देखते हुए इसरो के वैज्ञानिक और देशवासियों को अपने संबोधन में बधाई और शुभकामनाएं दी हैं प्रधानमंत्री ने कहा है कि 140 करोड़ देशवासियों का सपना आज साकार हो गया है। आज सुबह से ही देश के तमाम पूजा स्थलों पर देशवासियों ने पूजा अर्चना करके चंद्रयान-3 की सफलता पर ईश्वर से प्रार्थना करके इस मिशन को सफल होने की कामना करी थी।

चंद्रयान-3 के मिशन के उद्देश्य हैं:

चंद्र सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग प्रदर्शित करना
रोवर को चंद्रमा पर भ्रमण का प्रदर्शन करना और
यथास्थित वैज्ञानिक प्रयोग करना
मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लैंडर में कई उन्नत प्रौद्योगिकियां मौजूद हैं जैसे,

अल्टीमीटर: लेजर और आरएफ आधारित अल्टीमीटर
वेलोसीमीटर : लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर और लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरा
जड़त्वीय मापन: लेजर गायरो आधारित जड़त्वीय संदर्भ और एक्सेलेरोमीटर पैकेज
प्रणोदन प्रणाली: 800N थ्रॉटलेबल लिक्विड इंजन, 58N एटिट्यूड थ्रस्टर्स और थ्रॉटलेबल इंजन कंट्रोल इलेक्ट्रॉनिक्स
नौवहन, गाइडेंस एंड कंट्रोल (NGC): पावर्ड डिसेंट ट्रैजेक्टरी डिजाइन और सहयोगी सॉफ्टवेयर तत्व
खतरे का पता लगाना और बचाव : लैंडर खतरे का पता लगाना और बचाव कैमरा और प्रसंस्करण एल्गोरिथम
लैंडिंग लेग तंत्र
उपर्युक्त उन्नत तकनीकों को पृथ्वी की स्थिति में प्रदर्शित करने के लिए, कई लैंडर विशेष परीक्षणों की योजना बनाई गई है और सफलतापूर्वक संपन्न किए गए हैं।

एकीकृत शीत परीक्षण – परीक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में हेलीकॉप्टर का उपयोग करके एकीकृत संवेदक और नौवहन प्रदर्शन परीक्षण का प्रदर्शन
एकीकृत हॉट परीक्षण – टॉवर क्रेन का परीक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में उपयोग करके संवेदक, एक्चुएटर्स और एनजीसी के साथ बंद लूप प्रदर्शन परीक्षण का प्रदर्शन
लैंडर लेग मैकेनिज्म परफॉरमेंस परीक्षण एक लूनर सिमुलेंट परीक्षण बेड पर विभिन्न टच डाउन स्थितियों का अनुकरण करता है।