मनीष चंद्रा
हर कैदी की जुबान से यही एक बात आती है.. गुनाह मत करना वरना जिंदगी यूं ही बगैर परिवार के जेल में कट जाती है… लेकिन उन्होंने आदर्श कारागार का आभार प्रकट करते हुए ये भी कहा कि हम जब यहां से अपनी सजा पूरी करके जाएंगे तो समाज के किसी नागरिक से ज्यादा सभ्य, अनुशासित और हुनरमंद बनकर निकलेंगे बस यही हमारी जिंदगी की ..अब एक नयी शपथ है ..
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भारत सरकार के कौशल विकास उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा औरआयोजक निस्बड व आदर्श कारागार लखनऊ के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय सेफ ने बेकरी उत्पादों का गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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आदर्श कारागार लखनऊ की अगर बात करें तो यूपी में यह अपनी तरह की एक अनोखी आदर्श जेल है जहां पर बंदियों को न सिर्फ अच्छे वातावरण में नियम और कानून पूर्वक रखा जाता है बल्कि उनके भविष्य निर्माण की तरफ पूरा ध्यान दिया जाता है बंदियों को यहां पर विभिन्न तरह के उद्यमों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसके तहत भारत सरकार के कौशल विकास उद्यमशीलता मंत्रालय और निस्बड के सहयोग से दो दिवसीय बेकरी उत्पादों का प्रशिक्षण दिया गया इस प्रशिक्षण में अंतर्राष्ट्रीय शेफ हनुमंता ने बताया कि पहले यहां पर पारंपरिक तरह से लकड़ी की भट्टी में ब्रेड और पाव रोटी बनाए जाते थे लेकिन निस्बड द्वारा इलेक्ट्रॉनिक अवन दिए जाने पर अब यहां से बिस्कुट, कुकीज ,पेटीज और अन्य तरह के गुणवत्तापूर्ण बेकरी उत्पाद तैयार किए जाने की पूरी तैयारी हो चुकी है जिससे कि इन बंदिओं द्वारा बनाए गए उत्पाद बाजार में बिकने वाले सभी उत्पादों को गुणवत्ता में पूरी टक्कर देने के लिए तैयार हैं।
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वहीं जेल अधीक्षक बृजेंद्र सिंह ने भारत सरकार कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय और निस्बड का आभार प्रकट करते हुए मीडिया बॉक्स इंडिया को बताया कि यहां के कैदी जब बाहर छूट कर जाएंगे तो उनके हाथों में बेकरी उत्पादों को सफलतापूर्वक बनाने का पूरा हुनर आ चुका होगा और वह न सिर्फ अपनी रोजी-रोटी एक अच्छे शहरी के तरह कमा पाएंगे बल्कि वह दूसरों को भी रोजगार मुहैया करा पाएंगे इसी के साथ आदर्श कारागार के जेलर रवीन्द्र नाथ ने भी बंदियों के लिए इस प्रकार के उद्यमशीलता प्रशिक्षण की तारीफ करते हुए कहा कि जब यह कह दी बाहर निकल कर दोबारा अपने सामाजिक जीवन में प्रवेश करेंगे तो इस प्रकार के सीखे हुए हुनर से ना सिर्फ खुद रोजी-रोटी कमाएंगे बल्कि अपने रोजगार से दूसरे लोगों को जोड़कर उनके लिए आजीविका के अवसर भी उपलब्ध कराकर एक अच्छे शहरी बनने की नई शुरुआत भी करेंगे.
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इस मौके पर निस्बड के आए हुए कंसलटेंट सौरभ नौटियाल ने बताया कि निस्बड संस्थान इस तरह के कई और अन्य प्रशिक्षण जेल में आयोजित करा कर इन कैदियों को हुनरमंद बनाने के कार्यक्रम आयोजित करते आया है उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शेफ रनवीर बरार के सहयोगी शेफ हनुमंता ने आदर्श कारागार के कैदियों को बड़ी बारीकी से बेकरी उत्पादों को कैसे बाजार के अन्य उत्पादों से बेहतर क्वालिटी प्रदान करते हुए वैल्यू ऐडेड उत्पाद में तब्दील किया जाए इस प्रशिक्षण का मेन मकसद यही है।