मूल निवास प्रमाण पत्र धारकों को स्थाई निवास प्रमाण पत्र की बाध्यता नहीं-CM धामी

G इन्वेस्टर्स समिट के MOU को धरातल पर उतरना हमारी जिम्मेदारी- CM धामी

MOU ग्राउंडिंग की समीक्षा

देहरादून, उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के बाद अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समिट में आए हुए इन्वेस्टर की प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह से जुट गए हैं , वैसे देखा जाए तो समिट की तैयारी के बीच में ही सिल्क्यारा टनल हादसे में कामगारों को बचाने के लिए पूरी मशीनरी लग गई थी लेकिन मुख्यमंत्री धामी की तत्परता से उस हादसे से सभी श्रमिक बंधुओं को सकुशल बाहर निकाल लिया गया और उसके बाद पूरा सरकारी अमला ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने में लग गया था, जिसकी सफलता तब तक पूरी नहीं हो जाती है जब तक उसे जमीन पर न उतरा जाए इसी बात को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने आज सचिवालय में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू के ग्राउंडिंग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि एमओयू को धरातल पर उतारना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री धामी का निर्देश 15 फरवरी तक ग्राउंडिंग की समीक्षा

मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा के साथ उनसे सुझाव भी लिए तथा निर्देश दिए कि 15 फरवरी तक अधिक से अधिक प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हो। प्रति सप्ताह मुख्य सचिव तथा प्रतिमाह मुख्यमंत्री स्वयं ही इसकी गहनता से समीक्षा करेंगे।
बैठक में बताया गया कि इन्वेस्टर्स समिट में विभिन्न विभागों से सम्बन्धित 3.56 लाख करोड़ रुपए के 1779 एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं जिनमें ऊर्जा के क्षेत्र में 1.03 लाख करोड़ रुपए के 157 तथा उद्योग विभाग से सम्बंधित 78 हजार करोड़ रुपए के 658 करार शामिल हैं।

लोकल उत्पादों को बाजार और सौर ऊर्जा की प्रोजेक्ट पर विशेष ज़ोर दिया जाए

मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए निर्देशों का भी अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए हम सबके प्रयासों को हर क्षेत्र में सराहा गया है। अब हम सबका दायित्व है कि इन्हें राज्य हित में जमीनी हकीकत में बदला जाए। मुख्यमंत्री ने लोकल उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में भी प्रभावी कार्य योजना बनाने को कहा। सौर ऊर्जा क्षेत्र में निवेश प्रस्तावों पर भी विशेष ध्यान देने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा नीति के तहत अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयासों पर भी ध्यान देने को कहा।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए छोटे निवेशक भी महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से मानवीयता तथा शिष्टता के साथ देवभूमि के आचरण के अनुकूल व्यवहार पर भी ध्यान देने को कहा, तभी अधिक से अधिक उद्यमी राज्य में निवेश के प्रति आकर्षित होंगे।