कन्नौज हादसा : निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का लिंटर गिरने से, दो दर्जन से अधिक मजदूर दबे
राहत कार्य में तेजी

कन्नौज हादसा : निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का लिंटर गिरने से, दो दर्जन से अधिक मजदूर दबे

हादसे के बाद मची अफरा तफरी

कन्नौज हादसा : कन्नौज रेलवे स्टेशन पर सरकार की अमृत भारत योजना के तहत हो रहा था निर्माण कार्य।
हादसे की सूचना पर पुलिस, रेलवे कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में मददगारों ने शुरू किया बचाव और राहत कार्य।

अमृत भारत योजना के तहत कराये जा रहे निर्माणाधीन रेलवे का लिंटर अचानक ढह गया। जिस समय हादसा हुआ, उस समय निर्माणाधीन भवन पर बड़े संख्या में मजदूर कार्यरत थे। अचानक लिंटर ढह जाने से बड़ी संख्या में मजदूर नीचे गिरकर मलवे में दब गये। हादसे की खबर के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस से लेकर रेलवे कर्मचारी और मददगार मलबे में दबे लोगों को मलबे से बाहर निकालने में जुट गये।

कन्नौज हादसा ,मददगारों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया

घायलों को उपचार हेतु आनन फानन में एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भेजा जा रहा था।
बताते चलें कि, कन्नौज रेलवे स्टेशन पर सरकार की अमृत भारत योजना के तहत दो मंजिला नई बिल्डिंग का निर्माणकार्य कराया जा रहा है। शनिवार की दोपहर रेलवे स्टेशन की निर्माणाधीन बिल्डिंग पर लेंटर डालने का कार्य चल रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर निर्माणकार्य में लगे थे। अनहोनी घटना से अंजान मजदूर अभि निर्माण कार्य मे लगे थे, कि इसी दौरान निर्माणाधीन बिल्डिंग का लेंटर अचानक तेज आवाज के साथ ढह गया।


लिंटर गिरने से यहां कार्य में लगे मजदूर बड़ी संख्या में मलबे के साथ ही नीचे आ गिरे और मलबे में दब गये।
घटना की जानकारी और खबर लगते ही हड़कंप मचा गया। पुलिस बल से लेकर बड़ी संख्या में रेलवे कर्मियों से लेकर अन्य मददगारों ने मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

मजदूरों को बाहर निकाले जाने का सिलसिला जारी

घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में भीड़ का हुजूम भी घटना स्थल पर पहुंच गया। मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा भीड़ को राहत और बचाव कार्य में बाधा ना पहुंचे इसको लेकर तितर बितर किया गया।
मलबे में दबे मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाले जाने का सिलसिला जारी था।

घटना की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचने पर राहत कार्य में तेजी

घायलों को उपचार के लिये एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भेजा जा रहा था।
घटना की जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची, जिसके बाद अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गये। सीएम ने घायलों के समुचित उपचार और अन्य निर्देश भी मातहतों को दिये। आला हाईकमान सेमिले निर्देश के बाद जिले के अधिकारी डीएम सुभ्रांत कुमार शुक्ला, पुलिस कप्तान विनोद कुमार, सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।अधिकारियों द्वारा यहां व्यवस्था को संभाला गया।
घायलों को उपचार के लिये तेजी से कार्य शुरू करवाया गया।

खबर लिखे जाने तक मलवे में दबे दो दर्जन से अधिक मजदूरों को उपचार के लिये भेजा जा चुका था।
राहत और बचाव कार्य जारी था। वहीं मलवे में दबे लोगों की तलाश जारी थी। राहत कार्य में एक जेसीबी ओर तीन एंबुलेंस लगी थीं। शासन की योजना के तहत कन्नौज रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। रेलवे की जानकारी के अनुसार 13 करोड़ की लागत से स्टेशन के प्रतीक्षालय एरिया का हाल भी बनाया जा रहा है। बीते एक साल से रेलवे स्टेशन पर काम चल रहा है।

घायल मजदूरों के नाम

शाम तक समाचार लिखे जाने तक घायल हुये मजदूरों में अभी तक कमलेश सुक्खापुर्वा, बिकास और आदेश पाल ईशवापुर, स्वामीदास बलिया, ध्रुव, कमलेश ,अनिल, श्यामू, संदीप, रामरूप निवासी चौराचांदपुर,रामबहादुर और आर्यन सरायमीरा, संजेश कुमार निवासी नेरा, के नाम सामने आये हैं।

Photo – social media