लुधियाना, गरीबी में अपना जीवन बिता रही लुधियाना की होनहार युवा खिलाड़ी प्रीति प्रजापति ने सब जूनियर पावर लिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीतकर पंजाब राज्य का नाम पूरे देश में रोशन किया है जीवन में तमाम कठिनाइयों को चुनौती देते हुए प्रीति प्रजापति ने यह मुकाम हासिल किया है परिस्थितियों से कभी हार ना मानने वाली इस उदयीमान खिलाड़ी ने सारे गुण अपने माता-पिता से सीखे हैं प्रीति प्रजापति ने अपनी पढ़ाई रेगुलर सिर्फ दसवीं तक ही की थी और आगे 12वीं की पढ़ाई पैसे की तंगी की वजह से प्राइवेट कर रही हैं इनके पिता इलेक्ट्रीशियन है और माता ग्रहणी हैं दूसरे बच्चों से प्रेरणा लेकर प्रीति प्रजापति ने पावर लिफ्टिंग की प्रैक्टिस जिम से शुरू की थी लेकिन बाद मे पावर लिफ्टिंग के कोच वीरपाल सिंह ने प्रीति प्रजापति को प्रशिक्षित किया था कोच ने प्रीति प्रजापति के हुनर को देखते हुए खेल की ढेर सारी बारीकियों को बताया था जिसका अनुसरण करके प्रीति प्रजापति ने जम्मू में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है अपने महिला वर्ग में 52 किलोग्राम में 132 पॉइंट 5 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक पदक प्राप्त किया है प्रीति प्रजापति शिमलापुरी गांव लोहारा के ढिल्लो नगर की रहने वाली हैं उन्होंने अपने जीत का श्रेय कोच वीरपाल सिंह और अपने परिवार वालों को दिया है क्योंकि समाज में तमाम रूढ़ियों के बाद भी प्रीति प्रजापति के माता-पिता ने उन्हें कभी भी लिंग के आधार पर उनका आकलन नहीं किया था इसलिए प्रीति प्रजापति आज पंजाब के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक रोल मॉडल के रूप में उभरी हैं