मन की बात का सवां प्रसारण कल,सुनने की तैयारियां पूरी

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशभर को कोई ना कोई जनहित का संदेश देते हैं। मन की बात का सवां प्रसारण कल,सुनने की तैयारियां पूरी। पीएम 2014 से लगातार मन की बात कार्यक्रम में राष्ट्र के नागरिकों को गुड सिटीजन का संदेश देते आए हैं इसी कड़ी में कल आने वाले रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का सवां संस्करण होगा ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम के कल 100 संस्करण पूरे होने के अवसर पर राजभवन देहरादून में विशेष स्क्रीनिंग होगी। इस कार्यक्रम में राज्यपाल गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों, जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेडियो को एक पहचान दी है। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के जरिए रेडियो की लोकप्रियता बढ़ी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का कल(रविवार) को 100 वां संस्करण प्रसारित होने जा रहा है। ऐसे में राज्य में भी अधिकाधिक लोग पीएम की मन की बात सुन सकें इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई में कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गये ‘मन की बात’ का कल 100 वां संस्करण प्रातः 11 बजे प्रसारित होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उन लोगों का विशेष उल्लेख करते हैं जो कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे तमाम लोग देश के कोने-कोने में हैं और अपने कार्यों से अलग पहचान बनाते हुए समाज को दिशा देने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के बारे में जानकारी और उनके कार्यों के बारे में जानकारी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री द्वारा दी जाती है। इसके अलावा छात्रों के के लिये भी यह जानकारी बहुत उपयोगी होती है और पूर्व में छात्र और शिक्षक तथा आमजन इस कार्यक्रम को सुनते रहे हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कल प्रसारित होने वाले कार्यक्रम का 100 वां संस्करण कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कल सभी विद्यालयों,ग्राम सभाओं,डिग्री कॉलेज, पॉलीटेक्निक,आईटी आई आदि में इस कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था की जानी है।