आशुतोष गुप्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है यह महोत्सव केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से पूरे धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है, इसी कार्यक्रम से प्रेरित होकर देश के सैनिकों ने भी अपनी ओर से चित्रों की एक प्रदर्शनी वसुंधरा रंगती लहरें की शुरुआत की है इस प्रदर्शनी में रिटायर्ड सैनिक आशीष आनंद आर्य इच्छित ने युद्ध पोतों के साथ-साथ नौसेना में इस्तेमाल हुए युद्ध पोतो जैसे विक्रमादित्य, विराट राजपूत ,रणजीत संध्यायक शरभ खंजर, खुखरी जैसे परंपरागत हथियार नौसेना में प्रयोग किए गए थे उसका भी प्रदर्शन इस प्रदर्शनी में किया गया है जिसके निर्माण में 200 घंटे का समय लगा है सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है कि आशीष आनंद इच्छित ने 5 किताबों की रचना भी की है।
साहित्यकार के अंदर चित्रकार और चित्रकार के अंदर मौलिकता और संवेदनशीलता पूरा मिश्रण इनकी रचनाओं में झलकता है, इन्होंने सैनिक की जिंदगी को पल-पल जिया है सैनिक के भावनात्मक और देशभक्ति के पहलुओं को भी इन्होंने जीवंत बना दिया है कलम के इस सैनिक ने साहित्य को मरने नहीं दिया है इनकी साहित्य यात्रा को वसुंधरा एन इनीशिएटिव और सर्च फाउंडेशन ने सहयोग प्रदान किया है।
समाज के सभी वर्गों को इस अभियान से जोड़ा जा सके खास तौर पर समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को भी इसका अभिन्न अंग बनाया जा सके सभी एक होकर इस चित्र प्रदर्शनी में सेना द्वारा किए गए अदम्य साहस और वीरता को रेखांकित किया गया है।
इसका मूल उद्देश्य समाज में एकता और समरसता पैदा करना भी है एक सैनिक ने जिस तरह से देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए रचना धर्मिता और संवेदनशीलता को जिंदा रखा है यह प्रदर्शनी इसका जीता जागता प्रमाण है।
यह प्रदर्शनी 14 अप्रैल से शुरू होकर 20 अप्रैल तक लखनऊ में आयोजित हो रही है जिसका समय सुबह 10:00 बजे से अपराहन 5:00 बजे तक रहेगा ।
लखनऊ में आयोजित इस चित्रकला प्रदर्शनी के माध्यम से यहां की आम जनता को सेना के बारे में और अधिक प्रेरणादायक जानकारी मिल सके इसकी एक सार्थक पहल की गई है इस चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन आईपीएस अधिकारी ईओडब्ल्यू हीरालाल ने किया है।