गर्मी के दिनों में जैसे-जैसे सूरज का पारा तेजी से चढ़ता है और तापमान बढ़ता है इसी कारण से जंगलों में सूखी हुई पत्तियों और वनस्पतियों में अक्सर आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं इन दिनों उत्तराखंड के जंगलों में भी गर्मी के बढ़ने से आग लगने की खबरें आ रही हैं।
उत्तराखंड में तापमान लगातार बढ़ रहा है। और कई दिनों से तेज हवा के चलने के साथ ही तेज अंधड़ के चलने के कारण जंगलों मैं आग लग जाती है और जंगल में आग फैलने लगती है जिससे वनाग्नि की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। एक नवंबर 2022 से वन अग्निकाल शुरू हो गया था। अब तक वनाग्नि की 647 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें 769 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि 19 लाख उनसठ हजार रुपए की आर्थिक क्षति का भी आकलन किया गया है। पिछले 24 घंटे में 78 जगहों पर आग की घटनायें सामने आई हैं। मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन, निशांत वर्मा ने बताया कि तापमान में बढ़ोतरी और तेज हवा चलने के कारण आग ज्यादा फैल रही है।
वनाग्नि नियंत्रण के कदम
निशांत वर्मा ने बताया कि
आग पर काबू पाने के लिए वन कर्मचारी डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर भी आग लगा देते हैं।ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।