नहीं रहे मुलायम..

तीन दिनों का राजकीय शोक

Manish Chandra

गुड़ग्राम,सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ली अंतिम सांस,

कल 3बजे सैफई में होगा अंतिम संस्कार

प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी ने शोक व्यक्त किया है।

सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच मुलायम सिंह ने ली अंतिम सांस

22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में मुलायम को किया गया था भर्ती,

हालत बिगड़ने पर 01 अक्टूबर की रात को आईसीयू में शिफ्ट किए गए थे मुलायम सिंह यादव

मुलायम सिंह यादव का सबसे बड़ा कदम रक्षामंत्री के कार्यकाल में शहीद सैनिकों का पार्थिव शरीर उनके घर सम्मान पूर्वक पहुंचाने की शुरुआत कराई

मुलायम सिंह यादव का दूसरा प्रमुख कार्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री काल में यूपी में हिंदी में काम करने की वकालत।


समाजवादी पार्टी के स्थापक 8 बार विधायक 7 बार सांसद और पूर्व रक्षा मंत्री समाजवादी नेता मुलायम सिंह जी का निधन हो गया है 1939 में जन्म हुआ और आज के दिन उन्होंने अंतिम सांस ली 82 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ ।
5 भाई एक बहन मुलायम सिंह नेताजी का यह परिवार सैफई में रहता था उनकी एक बहन आज भी इटावा में रहती हैं और किसान परिवार के नेता जी जो कि शिक्षक रहे वह हर हाल में हर साल अपनी बहन से राखी बंधाने रक्षाबंधन पर गांव जरूर जाते थे।

मुलायम सिंह यादव शिक्षक थे और जब वह राजनीति में उतरे तो चुनाव प्रचार के लिए वह गांव-गांव साइकिल से जाते थे और इसीलिए उन्होंने अपनी पुरानी साथी साइकिल को ही अपना चुनाव निशान बनाया. जब उन्होंने समाजवादी पार्टी की नींव रखी लोहिया और जेपी का चेहरा बनकर पूरे भारत में समाजवादी की मिसाल और मशाल बन गए थे।

मुलायम सिंह का राजनैतिक सफर
राजनीतिक यात्रा 1967: में, वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए।
1977: में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री बने।
1980: में, वह लोक दल के अध्यक्ष बने।
1982 से 1985: तक, उन्होंने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में विपक्ष के नेता के रूप में पद संभाला।
1989: में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
1990: में, वह चंद्रशेखर की पार्टी जनता दल (समाजवादी) में शामिल हुए।
1992: में, उन्होंने समाजवादी पार्टी (सोशलिस्ट) की स्थापना की।
1993: में, वह दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
1996: में, वह मैनपुरी क्षेत्र से 11 वीं लोकसभा के सद्स्य चुने गए थे।
1999: में, वह संयुक्त मोर्चा गठबंधन सरकार के अंतर्गत भारत के रक्षा मंत्री बने।
1999: में, उन्होंने दो लोकसभा सीटों – संभल, कन्नौज से चुनाव लड़ा और दोनों ही सीटें जीतीं।
2003: में, वह तीसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
2004: में, उन्होंने 183,8 99 वोटों के अंतर से गन्नौर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी, जो अब तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड माना जाता है।
2004: में, उन्होंने मैनपुरी क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता।
2014: में, उन्होंने 16 वीं लोकसभा चुनाव के दौरान दो सीटों आज़मगढ़, मैनपुरी से चुना लड़ा और दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की।

मुलायम सिंह यादव का व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 22 नवंबर 1939

जन्मस्थान सैफई, जिला इटावा, उत्तर प्रदेश
राशि वृश्चिक
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर सैफई, जिला इटावा, उत्तर प्रदेश

कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय के.के. कॉलेज, इटावा, उत्तर प्रदेश
ए.के. कॉलेज, शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश
बी.आर. कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा, उत्तर प्रदेश
शैक्षिक योग्यता बी० ए०, राजनीति शास्त्र (दूरस्थ शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से)
एम० ए०, राजनीति शास्त्र (गुजरात विश्वविद्यालय से)
डेब्यू वर्ष 1967 में, वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए थे।

पता पोस्ट-सैफई, जिला इटावा 26001, उत्तर प्रदेश
शौक/अभिरुचि कुश्ती करना, पुस्तकें पढ़ना, संगीत सुनना, लोक-नृत्य देखना
समाजवादी सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सबसे पहले लखनऊ समाजवादी पार्टी कार्यालय लाये जाने की सूचना थी लेकिन बारिश होने के कारण प्राप्त सूचना के अनुसार अब सीधे उनका पार्थिव शरीर सैफई ले जाया जाएगा।