देहरादून, हर साल की तरह इस बार भी भारतीय सेना के रणबांकुरे हमारी सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार हो गए हैं भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता की कहानियां देहरादून के आई एम एन ए हमेशा से लिखी हैं इस गौरवशाली इतिहास को बरकरार रखते हुए नए कैडेटों ने भी मां भारती के चरणों में शीश नवा कर देश की रक्षा की प्रतिज्ञा करने की शपथ ली है।
भारतीय सैन्य अकादमी में होने वाली पासिंग आउट परेड,,, कठिन प्रशिक्षण और एक जेंटलमैन कैडेट के युवा अफसर के रूप में परिवर्तित होने को दर्शाता है। आगामी दस जून को आई एम ए में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया जाएगा जिसमें 332 जेंटलमैन कैडेट पासआउट होकर सेना का हिस्सा बनेंगे। साथ ही 42 विदेशी कैडेट भी पासआउट होंगे।
इसके रिहर्सल को लेकर आज डिप्टी कमांडेंट और मुख्य प्रशिक्षक परेड का आयोजन किया गया। मेजर जनरल आलोक जोशी ने इस परेड की समीक्षा की। उन्होंने जेंटलमैन कैडेट्स का उत्साहवर्द्धन करते हुए उन्हें सेना का बेहतरीन अफसर बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने चरित्र, बहादुरी, सम्मान, उसूल और भारतीय सेना की परंपराओं के महत्व पर रोशनी भी डाली।
Photo-Social Media