मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि #MannKiBaat कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश में विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों को वैश्विक पहचान दिलाने का कार्य किया है।
विशेष योग्यता वाले बच्चों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम ने भारत को वैश्विक पहचान दिलाई है-CMधामी

देहरादून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम ने देश में जागरूकता का एक नया संचार किया है प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए लोग बेसब्री से न सिर्फ इंतजार करते हैं बल्कि उनकी बातों से लोग देश के विभिन्न हिस्सों में किए गए कार्यों से भी परिचित होते आए हैं जिससे दूरदराज दूसरे क्षेत्रों में बैठे हुए लोगों को पूरे देश में किए जा रहे विकास के उन कार्यों की जानकारी तो मिलती है साथ ही वह सूचनाओं से लैस होकर के अपने आप में भी तरक्की का रास्ता खोज रहे हैं प्रधानमंत्री का मन की बात कार्यक्रम के जरिए लोगों का जुड़ाव कहीं ना कहीं पूरे राष्ट्र को जोड़ने का काम कर रहा है आज यही बात सीएम धामी ने मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद कही।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून में संस्थान एवं समाज कल्याण विभाग के राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय अधोईवाला के बच्चों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की #MannKiBaat सुनी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि #MannKiBaat कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश में विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों को वैश्विक पहचान दिलाने का कार्य किया है। उनके नेतृत्व में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक सराहनीय कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत के प्रस्ताव पर ही संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा हर साल 21 जून को #YogaDay एवं वर्ष 2023 को #YearofMillet घोषित किया गया। राज्य में भी #G20 के तहत जो दो बैठक होंगी, उनमें मिलेट के व्यंजन भी परोसे जायेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ई-कचरा के सही निस्तारण के लिए प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त की है, ई-कचरे को एकत्रित कर उसकी री-साइकिलिंग के लिए ई-बेस टेक्नोलॉजी को हमें राज्य में बढ़ावा देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा ई-कचरे के लिए रूड़की की एटेरो री-साइकिलिंग की ई-बेस टेक्नोलॉजी का जिक्र करते हुए ई-कचरे के लिए विकसित की गई तकनीक की सराहना की गई।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी उपस्थित थे।