प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के वाइब्रेंट गांवों को अभूतपूर्व सम्मान दिया है- ज्योतिरादित्य सिंधिया

उत्तरकाशी, वाइब्रेंट विलेज के दौरे पर नई दिल्ली से उत्तरकाशी पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उत्तराखंड के गांव यहां के पर्यावरण प्रकृति और लोगों की खुलकर तारीफ की।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत उत्तरकाशी जिले के सीमांत गांव धराली का भ्रमण करने पहुंचे। केंद्रीय मंत्री ने कल्पकेदार और मां गंगा की पूजा की। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए प्रदर्शनियों का निरीक्षण किया। भारत सरकार की ओर से संचालित केंद्रीय योजनाओं उज्जवला गैस योजना, हर घर नल योजना, पेंशन योजना समेत अन्य योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों के साथ भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड स्वर्ग जैसा राज्य माना जाता है। यहां मां गंगा का उद्गम स्थल है। यहाँ के पर्यावरण मे चारों ओर हरियाली है और हिमालय शिखर विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमावर्ती आखिरी गांव को जो सम्मान दिया है, वह इससे पहले कभी नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री ने वाइब्रेंट विलेज के रूप में इन गांवों को नए पहचान दी है। धराली गांव भी वाइब्रेंट गांव का भाग है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारत सरकार द्वारा एक-एक मंत्रियों को इन गांवों में भेजा जा रहा है, जिससे विकास की प्रगति की समीक्षा कर ग्रामीणों के साथ मिलकर उनकी आशाओं, अभिलाषाओं और आकांक्षाओं को सुनकर उन पर क्रियान्वयन कर सकें। केंद्रीय मंत्री ने स्वयं सहायता समूह धराली गांव की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारी मातृ शक्ति ने उत्कृष्ट उत्पादों की पैकेजिंग औऱ मार्केटिंग की है।