प्रेम सिंह फस्वार्ण
केदारनाथ, केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है कल सुबह 6:20 पर केदारनाथ के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे आज दोपहर 2:00 बजे बाबा केदार की डोली धाम पहुंच चुकी है। पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया जा चुका है। मंदिर का भव्य दृश्य भक्तिमय माहौल में भक्तों को अपने आभामंडल से सुशोभित कर रहा है। आज दोपहर तकरीबन 2:00 बजे जब बाबा केदार की डोली धाम पर पहुंची तो प्रशासन द्वारा आसमान से हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा भी कराई गई।
मंदिर तक पहुँचने के लिए टट्टू, खच्चर और मंचन सेवा उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा मौसम का ध्यान रखें
एक कार्यक्रम में बोलते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के साथ ही बाबा केदार के दर्शन के लिए भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा है और लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले दिनों से हो रही बर्फबारी को देखते हुए सभी भक्तों को मौसम का ध्यान रखते हुए ही अपनी यात्रा को सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासन ने भक्तों की सुविधाओं के लिए सभी तरीके की तैयारियां पूरी कर ली है भक्तों के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है ऐसे में मौसम के पूर्वानुमान का भी ध्यान रखना होगा।
मौसम विभाग की चेतावनी
पिछले दो चार दिनों की बर्फबारी से केदारनाथ का मौसम काफी सर्द और खुशगवार हो चुका है जिसको देखते हुए मौसम विभाग ने भी अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले 6-7 दिनों में यह बर्फबारी जारी रह सकती है इसलिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि भक्तों को मौसम की खबरों पर ध्यान देना चाहिए
राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अधिकारियों से बात करते हुए निर्देश दिए की मौसम की प्रत्येक खबर को समाचार माध्यमों से जनता तक पहुंचाना चाहिए जिससे भक्तों को अपनी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की मौसम संबंधी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े और उनकी यात्रा सुखद हो जिसका ध्यान प्रशासन को रखना होगा। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि समाचार माध्यमों और सोशल मीडिया पर यात्रा से जुड़ी खबरों के बारे में लोगों को सचेत रहना होगा और अधिकारी मौसम से जुड़ी खबरों पर सतर्कता बरतें।
हिंदू किंवदंतियों के अनुसार, मंदिर शुरू में पांडवों द्वारा बनाया गया था, और शिव के सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। माना जाता है कि पांडवों ने केदारनाथ में तपस्या कर शिव को प्रसन्न किया था।
केदारनाथ मंदिर किसने बनाया था?
केदारनाथ का मंदिर एक भव्य दृश्य प्रस्तुत करता है, जो बर्फ से ढकी चोटियों से घिरे एक विस्तृत पठार के बीच में खड़ा है। मंदिर मूल रूप से 8वीं शताब्दी ईस्वी में जगद गुरु आदि शंकराचार्य द्वारा बनाया गया था और पांडवों द्वारा निर्मित पहले के मंदिर के स्थल के निकट खड़ा है।