बिजली चोरी :यूपीसीएल द्वारा विद्युत चोरी रोकने के लिये सख्त कदम उठाये जा रहे हैं। ऊर्जा निगम की सतर्कता इकाई द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए लगातार छापेमारी जारी है जिसमें विद्युत चोरी (धारा-135) के अन्तर्गत पकडे जाने वाले प्रकरणों में अस्थायी रूप से विद्युत संयोजन काटने के साथ-साथ FIR भी दर्ज की जा रही है।
बिजली चोरी या अनियमितता करने पर होगी जेल
विद्युत चोरी के साथ ही संयोजनों में गलती पाए जाने पर जैसे कि ज्यादा लोड होने पर उसे गलत तरीके से दिखाया जाना, परिवर्तन एवं अन्य दोषपूर्ण संयोजन आदि की स्थिति में मौके पर ही नियमानुसार दण्डित कर जुर्माना वसूला जा रहा है। इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2024-25 में जून माह तक सतर्कता सेल द्वारा कुल 1243 विद्युत संयोजन चैक किये गये जिसमें 827 विद्युत चोरी प्रकरणों में (धारा-135) दर्ज की गई है। जो कि गत वित्तीय वर्ष में की गई कार्यवाही की तुलना में 38 प्रतिशत अधिक है। सम्भवतः यूपीसीएल द्वारा विद्युत चोरी के मामलों में कड़ा रुख अपनाने से दोषियों के उपर नकेल कसी जा रही है जिसका सीधा-सीधा लाभ विभाग को सही इनपुट एनर्जी का आंकलन कर, AT&C हानियों को कम करने अथवा राजस्व बढोत्तरी में मिल रहा है। पिछले वर्ष सतर्कता सेल के माध्यम से मौके पर पाये गये बकायेदार संयोजन द्वारा एकत्र की गई लगभग रु० 55 लाख की धनराशि विभाग के कोषागार में जमा की गई है।
सतर्कता इकाई द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में की गई विद्युत चैकिंग एवं पकड़ी गई विद्युत चोरी के प्रकरणों का हर महीने निगम की नज़र बनी हुई है।
डिफाल्टरों पर भी हो रही है एफ आई आर दर्ज
सतर्कता सेल के अलावा क्षेत्रीय कार्यालयों में तैनात मुख्य अभियन्ताओं एवं अधीक्षण अभियन्ताओं द्वारा भी विद्युत चोरी को रोकने हेतु प्रभावी कदम उठाये जा रहे है तथा डिफाल्टरों के विरुद्ध FIR भी दर्ज की जा रही है। विद्युत चोरी की सूचना देने हेतु उपभोक्ता विभिन्न माध्यमों जैसे उपभोक्ता हेल्पलाइन नंबर . 1912 पर कॉल कर सम्पर्क साध सकते हैं जिसमें उपभोक्ता की पहचान को गोपनीय रखा जाता है।