लखनऊ,नए दौर में तरक्की की इबारत लिखने के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब फिल्म क्रिएटिविटी पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है , जहां एक और सरकार उत्तर प्रदेश को प्रमोट करने के लिए फिल्म निर्माण संबंधी सहूलियतें मुहैया करवा रही है वही फिल्म के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए लोग अपनी प्रतिभाओं से फिल्म निर्माण में एक नये यूपी के दस्तखत करने को तैयार हैं।
एमरन फाउंडेशन और लखनऊ फ़िल्म फोरम द्वारा आयोजित सिनेफेस्ट लखनऊ फिल्म फेस्टिवल सीजन 4 जोकि डालीबाग स्थित गन्ना संस्थान में बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ, जो उत्तर प्रदेश के सिने प्रेमियों की शानदार सफलता का प्रतीक है। यह कार्यक्रम कला और संस्कृति परिदृश्य में अपने जीवंत योगदान के लिए मनाया जाता है। इसमें फिल्म स्क्रीनिंग, नृत्य प्रदर्शन और ज्ञानवर्धक सत्रों की एक शानदार श्रृंखला देखी गई, जिसमें देश भर के सिनेमा उत्साही, कलाकारों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत श्री गणेश वंदना से हुई जिसे रान्या आहूजा ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने दीप प्रज्वलन किया अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में हम सभी को चुनी हुई फिल्में देखने को मिलती हैं और हमारे बीच की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है फिल्मों के माध्यम से कई सितारे राजनीति में भी अपनी अलग पहचान बना रहे हैं।सिनेमा हमारे जीवन में गहरा प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सिनेमा और उससे जुड़े लोगों के नई फिल्म नीति लाई है और फ़िल्म बंधु के माध्यम से फ़िल्म निर्माण में सब्सिडी दे रही है। फ़िल्म निर्माण में निवेश और रोजगार की अपार संभावनाएं हैं फिल्म महोत्सव में प्रभावशाली फिल्मों का चयन करके उन्हें प्रदर्शित किया गया, जिसमें “अवध गोरी,” “फाइंडिंग लुलु,” “पीरन”, “जिंदगी 1 टेबलस्पून”, तमाशबीन”, “3 एएम”, “सच माइनस झूठ” और “अरबिंदो: न्यू डॉन” जैसे सामाजिक मुद्दों पर विचारोत्तेजक विषयों की फिल्मों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। अपनी सम्मोहक कहानियों और कलात्मक छायांकन के लिए मशहूर इन फिल्मों ने ताजा दृष्टिकोण और समृद्ध कहानी पेश करते हुए महोत्सव की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यूपी सिनेफेस्ट लखनऊ फिल्म फेस्टिवल 2023 में अभिनेत्री मीनाक्षी दीक्षित और अभिनेता प्रतीक गांधी, गतिशील फिल्म निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक ज्योति कपूर दास और निर्देशक पटकथा लेखक अरिजीत लाहिड़ी के साथ संवाद कार्यक्रम हुआ एमरन फाउंडेशन और लखनऊ फ़िल्म फोरम की अध्यक्ष रेणुका टंडन ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस जीवंत उद्योग में अपने राज्य के लिए एक अद्वितीय जगह बनाना है। हम न केवल सिनेमाई रत्नों का प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि हम विश्व स्तरीय प्रतिभाओं के साथ जुड़कर एक सहयोगी कार्यक्षेत्र भी बना रहे हैं। यह महोत्सव एक दृष्टि है जहां लखनऊ सिर्फ एक मेजबान नहीं बल्कि एक भावना, एक अनुभव के रूप में उभरता है। हम चाहते हैं कि लखनऊ का हर दिल त्योहार की लय के साथ एक साथ धड़के, जिससे यह शहर न केवल फ़िल्म मानचित्र पर एक जगह बनाये बल्कि एक हर सिनेमाई सफर में अपनी उपयोगिता दर्ज कराये महोत्सव की सफलता का श्रेय टीम के सदस्यों सहित उनके अथक प्रयासों को भी जाता है