देहरादून,आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जसवंत ग्राउण्ड देहरादून में 7वें सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढावा देने के लिए ‘सॉल ऑफ स्टील’ अल्पाइन चैलेंज का विधिवत शुभारंभ किया और चमोली जनपद के नीती गांव के लिए 460 किलोमीटर लंबी कार रैली ‘रोड टू द एंड’ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान उत्तराखण्ड राज्य के सैनिकों ने दुश्मन के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर और अडिग भावना के साथ देश की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमारे जवान हमारी एकता और अखंडता के रक्षक हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिकों को प्रदान की जा रही पेंशन, चिकित्सा और अन्य सुविधाएं उनके बलिदान और प्रतिबद्धता के प्रति देश के सम्मान का एक छोटा सा प्रतीक है। पूर्व सैनिकों की शिकायतों के त्वरित समाधान हेतु रक्षा पेंशन शिकायत निवारण पोर्टल का शुभारंभ भी किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सैन्यधाम का रक्षा मंत्री जी ने विधिवत रूप से शिलान्यास किया था जिसका इस वर्ष दिसम्बर माह तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। राष्ट्र सर्वाेपरि की भावना से ओतप्रोत वीर सैनिकों ने देश की आन बान और शान को हमेशा अक्षुण्ण रखने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि शान्ति का उपदेश देने वाली भारत की पुण्यभूमि समय आने पर शौर्य एवं पराक्रम द्वारा दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखती है। आज सम्पूर्ण विश्व भारत की शक्ति एवं सामर्थ्य से परिचित है, आज कोई भी दुश्मन हमारी ओर उंगली उठाने का साहस नहीं करता है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के नेतृत्व एवं अथक प्रयासों से आज सैनिकों को सैन्य साजो की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। आज सेना को लगातार अच्छे साजो-सामान मिल रहे हैं। इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, टिहरी गढ़वाल के सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित अन्य गणमान्य एवं पूर्व सैनिक एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।